आज के इस आधुनिक समय में आवागमन भी बेहद आधुनिक हो गया है। अब पहले की तरह हमें किसी छोटी दूरी को तय करने में घंटों नहीं लगते बल्कि कुछ मिनटों में ही पहुंच जाते हैं। जहां पहले किसी शहर, प्रदेश या विदेश जानें के लिए घंटों लगते थे, वहीं आज के इस आधुनिक समय में ऐसे सफर कुछ घंटों में पूरे हो जाते हैं। इसमें सबसे अहम रोल अदा करता है हवाईजहाज, जिससे मीलों की दूरी को बेहद कम समय में तय कर लिया जाता है। हवाई जहाज के बारे में तो सभी लोग जानते ही होंगे। लेकिन क्या आप ये जानते हैं कि हवाई जहाज को उड़ान पर भेजने से पहले उसके इंजन पर मुर्गों को फेंका जाता है। आखिर ऐसा करने की वजह क्या है? इन सारे सवालों के जवाब आज हम आपको इस खबर के जरिए देंगे।
चिकनगन से फेंके जाते हैं मुर्गे
जहां, हवाई जहाज से दिनों की दूरी को घंटों और घंटो की दूरी को मिनटों में तय किया जा सकता है। वहीं, दूसरी तरफ इस आरामदायक और समय बचाने वाली यात्रा में पक्षियों के विमान से टकराने का भी बहुत बड़ा खतरा होता है। क्योंकि विमान में यात्रा कोई मजाक नहीं, कई लोगों की जान इसमें सफर कर रही होती हैं। ऐसे में ऐसी किसी भी दुर्घटना से बचने के लिए हवाई जहाज को उड़ान पर भेजने से पहले उसके इंजन की टेस्टिंग की जाती है। इस टेस्टिंग में विमान के इंजन में चिकन गन से मुर्गों को फेंका जाता है। ऐसा करने के पीछे बेहद अहम और जरूरी वजह होती है।
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दरअसल, इसे बनाने वाली कंपनी सिमुलेटर का इस्तेमाल करके ये तय करती है कि यात्रा के दौरान पक्षी के टकराने से हवाईजहाज का इंजन काम करना बंद न कर दे। वहीं, कमर्शियल हवाईजहाज को एक इंजन के साथ उड़ान भरने की ट्रेनिंग भी दी जाती है। वहीं, ऐसा टेस्ट करने के पीछे यही वजह होती है कि अगर कोई पक्षी गलती से टकरा जाए तो कैसी स्थति बनेगी या उत्पन्न होगी।
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