नई दिल्ली। वर्ष 2019-20 के लिए जामिया विश्वविद्यालय ने केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय द्वारा करवाए गए आंतरिक समग्र मूल्यांकन में 95.2 प्रतिशत स्कोर हासिल किया है। लगभग 40 केंद्रीय विश्वविद्यालयों के इस आंतरिक मूल्यांकन में जामिया मिलिया पहले स्थान पर है। आंतरिक मूल्यांकन में जामिया को लेकर केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय ने कहा, केंद्रीय विश्वविद्यालयों का आंतरिक मूल्यांकन नियमित रूप से एमएचआरडी, यूजीसी और विश्वविद्यालयों के साथ किए गए एमओयू के आधार पर होता है। आंतरिक मूल्यांकन में जामिया विश्वविद्यालय शीर्ष पर है।
हालांकि इस दौरान केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय ने यह भी स्पष्ट किया है कि ये केवल आंतरिक मूल्यांकन है। इस मूल्यांकन को किसी भी तरह से विश्वविद्यालयों की रैंकिंग नहीं माना जाना चाहिए। मंत्रालय ने रैंकिंग शब्द से बचने की सलाह दी है।यह मूल्यांकन मापदंडों के आधार पर किया गया है। जिनमें छात्र की विविधता और एक्टिविटी के साथ संकाय गुणवत्ता, शक्ति, अकादमिक परिणाम, अनुसंधान प्रदर्शन, आउटरीच जैसी गतिविधियां शामिल हैं।
जामिया मिलिया इस्लामिया की कुलपति प्रो. नजमा अख्तर ने विश्वविद्यालय के इस प्रदर्शन पर खुशी और संतुष्टि जाहिर की और कहा, हाल के दिनों में विश्वविद्यालय जिस चुनौतीपूर्ण समय से गुजरा है, उसकी वजह से यह बेहद महत्वपूर्ण है।उन्होंने कहा, उच्च गुणवत्ता वाली शिक्षा से यह उपलब्धि हासिल हुई है। हमें विश्वविद्यालय की उच्चतम गुणवत्ता और अनुसंधान में आने वाले वर्षो में प्रदर्शन में सुधार की उम्मीद है।गौरतलब है कि केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय द्वारा जारी की गई एनआईआरएफ रैंकिंग में जामिया विश्वविद्यालय 10 वें स्थान पर है।
Latest Education News