Exclusive: IPS प्रशांत चौबे ने बताया कैसे करनी है सिविल सर्विसेज की तैयारी, जानें उनके संघर्षों की कहानी
IPS प्रशांत चौबे ने अपने पहले ही अटेम्प्ट में MPPSC परीक्षा पास कर ली थी। उन्होंने हमसे बातचीत में बताया कि छात्रों को कैसे सिविल सर्विसेज की तैयारी करनी चाहिए।
Success Story: सिविल सर्विस की परीक्षा देश की सबसे कठिन परीक्षा है। हर साल लाखों बच्चे IAS, IPS बनने का ख्वाब देखते हैं। पर ये सपने बस कुछ सैकड़ों बच्चों के ही पूरे हो पाते हैं। इस असफलता के कई पहलू होते हैं। जैसे तैयारी में कमी, पढ़ने के लिए समय का अभाव आदि। वहीं, कुछ लोग ऐसे भी होते हैं जो पहले ही अटेम्प्ट में इस कठिन परीक्षा को पास कर लेते हैं। आज ऐसे ही हम एक IPS अफसर के बारे में आपको बताने जा रहे हैं, जिन्होंने अपने पहले ही अटेम्प्ट में ये कठिन परीक्षा पास कर ली। इनका नाम है IPS प्रशांत चौबे। IPS प्रशांत चौबे अभी उज्जैन में पुलिस ट्रेनिंग सेंटर में पुलिस अधीक्षक के पद पर तैनात है। IPS प्रशांत चौबे से हमने बात की। बातचीत में IPS प्रशांत ने अपने सफर और तैयारी से संबंधित कई सारे प्रश्नों के जवाब दिए। आइए जानते हैं IPS प्रशांत चौबे ने अपने रास्ते में आई चुनौतियों से कैसे सामना किया।
IPS प्रशांत चौबे मध्य प्रदेश के सागर जिले के रहने वाले हैं। इनकी शुरूआती पढ़ाई सागर जिले से पूरी हुई है। प्रशांत पढ़ाई में शुरूआत से ही काफी तेज थे। प्रशांत चौबे को पढ़ने के अलावा एक्टिंग का भी शौक था। वे कॉलेज के बाद थियेटर जाया करते थे। प्रशांत ने सागर जिले से ही अपनी एम.ए की डिग्री हासिल की है। इसके बाद उन्होंने हिंदी साहित्य में पीएचडी की डिग्री भी हासिल की। प्रशांत चौबे ने मध्य प्रदेश पब्लिक सर्विस कमीशन 2002 में क्वालीफाई किया। इस बैच में प्रशांत को 19वीं रैंक हासिल हुई। बता दें कि प्रशांत ने इससे पहले MPPSC की परीक्षा दी थी और क्वालीफाई भी किया। इसमें उन्हें आबकारी विभाग ने अधिकारी की पोस्ट मिली, पर प्रशांत इस पद से संतुष्ट नहीं थे, उन्होंने 1 साल बाद दोबारा परीक्षा दी और अपने लक्ष्य का प्राप्त किया।
प्रश्न 1. तैयारी में क्या-क्या चुनौतियां आई?
उत्तर- IPS प्रशांत चौबे कहते हैं कि कंपटेटिव एग्जाम में निश्चित तौर पर चुनौतियां बहुत सारी होती है क्योंकि आपको भीड़ के बीच अपने आपको प्रूव करना है। करीब-करीब सभी को एक घबराहट होती है कि सेलेक्शन होगा या नहीं। हर व्यक्ति इतने बड़े सिलेबस को देखता है और डर जाता है क्योंकि आपको कई सारी किताबें देख कर लगता है कि कैसे पढ़ेंगे। इस दौरान आपको कई परेशानी का सामना पड़ सकता है। जैसे यादाश्त, आत्मविश्वास की कमी, चांसेज, फैमिली का दबाव। इन सभी चुनौतियों को पार कर हमने सफलता प्राप्त की। प्रशांत आगे कहते हैं हमें अर्जुन की तरह मछली की आंख दिखाई देना चाहिए। हमें अपना पूरा फोकस हमारे गोल पर होगी तो सफलता हमें निश्चित ही मिलेगी।
प्रश्न 2. जीवन में आपके इंस्पिरेशनल मोमेंट क्या रहा?
उत्तर- IPS ऑफिसर बताते हैं कि साल 1998 में उनके पिता की मौत से बड़ा झटका लगा। पिता के मौत के बाद उन्होंने खुद पर ज्यादा ध्यान देना शुरू कर दिया।
प्रश्न 3. तैयारी के दौरान कौन-कौन से तरीके अपनाने चाहिए?
उत्तर- IPS प्रशांत इस सवाल के जवाब में कहते हैं चुनौती कितनी भी बड़ी क्यों न वो हमें अपना फोकस बनाए रखना है। पढ़ने के लिए सबसे पहले एक तरीका बनाएं। ज्यादा छात्र टेक्निक डेवलप नहीं कर पाते हैं इसलिए वे फेल हो जाते हैं। अनावश्यक चीजें पढ़ने से बचें। बहुत सारी ऐसी चीजें हैं जो पढ़ना है और बहुत सारी ऐसी चीजें भी है जो नहीं पढ़ना है। छात्रों को पॉइंटेड चीजें पढ़नी होंगी। बुक का सिलेक्शन सही करें।
प्रश्न 4. यूपीएससी के बच्चों को कितने घंटे की पढ़ाई करनी चाहिए?
उत्तर- इसका जवाब देते हुए आईपीएस प्रशांत कहते हैं कि बच्चों को बाई डिफॉल्ट पढ़ाई करनी चाहिए और बाकि एक्टिविटी के लिए टाइम निकालना चाहिए। ऐसा करने से उनका ध्यान कम भटकेगा और वो अपने लक्ष्य को प्राप्त कर सकेंगे।
इसे भी पढ़ें-