दिल्ली यूनिवर्सिटी के कुलपति(Vice-chancellor) योगेश सिंह ने कहा कि हिंदी भारत की आत्मा है और इसका प्रसार दिन-प्रतिदिन बढ़ता जा रहा है। दिल्ली यूनिवर्सिटी के कुलपति ने विश्व हिंदी दिवस पर आयोजित एक कार्यक्रम में कहा कि पीएम नरेंद्र मोदी अपनी विदेश यात्राओं के दौरान हिंदी में संबोधित करते हैं और इससे भाषा का महत्व बढ़ता है। सिंह ने कहा, “हिंदी प्रेम और व्यक्तिगत स्पर्श की भाषा है, यह हमारे मन की भाषा है। हिंदी एक लोकप्रिय, आसान और सरल भाषा है। इसे ऐसा ही रहने दें। हिंदी भारत की आत्मा है। इसे उत्तर भारत के नेताओं से वैसा समर्थन नहीं मिला।”
'इससे हिंदी का वैभव अपने आप बढ़ जाएगा'
दिल्ली के कुलपति ने कहा कि मौजूदा समय में साउथ इंडियन भाषाओं की फिल्मों का हिंदी में अनुवाद हो रहा है और नेटफ्लिक्स(Netflix) जैसे ओटीटी प्लेटफॉर्म(OTT Plateform) पर 30 प्रतिशत सामग्री हिंदी में है। उन्होंने कहा, “जब भारत के प्रधानमंत्री फॉरेन को हिंदी में संबोधित करते हैं, तो हिंदी का मान और महत्व बढ़ जाता है। 2047 तक भारत एक विकसित राष्ट्र होगा। इससे हिंदी का वैभव अपने आप बढ़ जाएगा।” दिल्ली यूनिवर्सिटी शताब्दी समारोह समिति के तत्वावधान में भारतीय भाषा समिति द्वारा विश्व हिंदी दिवस पर एक व्याख्यान का आयोजन किया गया था।
10 जनवरी 1975 को हुआ था पहला सम्मेलन
बता दें कि आज का दिन यानी 10 जनवरी 'विश्व हिंदी दिवस' के रूप में मनाया जा रहा। हर साल 10 जनवरी को विश्व हिंदी दिवस मनाया जाता है। पहला विश्व हिंदी सम्मेलन 10 जनवरी 1975 को नागपुर में हुआ था. इसका उद्घाटन तत्कालीन पीएम इंदिरा गांधी ने किया था। वहीं, हिंदी दिवस को हर वर्ष 14 सिंतंबर के दिन मनाया जाता है।
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