जिद, जज्बा और जुनून के साथ की मेहनत... यूट्यूब का लिया सहारा, आज मंजिल चूम रही कदम
यूट्यूब को लोग अक्सर केवल वीडियो स्ट्रीमिंग प्लेटफोर्म ही समझते हैं लेकिन अगर इसका सही इस्तेमाल किया जाए तो यह आपके लिए किसी एक प्रोफेसर से कम नहीं है। इससे पढ़कर आप खुद आत्मनिर्भर बनने के साथ-साथ अन्य कई लोगों को रोजगार भी मुहैया करा सकते हैं।
संघर्ष, मेहनत और अपने लक्ष्य के प्रति लगन हर व्यक्ति को कठिन से कठिन डगर को पार करने में मदद करते हैं। चुनौतियां स्वीकार करने वाला व्यक्ति सदैव सफलता के शिखर पर बैठता है। ऐसे ही एक जझारू व्यक्ति की यह कहानी है, जिसने अपने सपनों को अपनी मेहनत के बल बूते साकार किया। पब्लिक मीडिया सेल्यूशन कंपनी चलाने वाले रविंद्र भारती, जिनके सर पर सफल होने का भूत सवार था तो जिद नहीं छोड़ी। जज्बा कायम रखा और जुनून पर सवार होकर नौकरी करते करते रातों में पढ़ाई की। यूट्यूब का सहारा लिया। यूट्यूब के वीडियो देखकर नोटस बनाए, नए आइडियाज को समझा, कई लेक्चर सुने। पीआर कंपनी के बारे में यूट्यूब पर बारिक से बारिक चीजों को समझा और एक बड़ी मशक्कत के बाद अपनी पीआर कंपनी खोली, जिसका नाम रखा गया पब्लिक मीडिया सेल्यूशन कंपनी।
जिद, जज्बा और जुनून के साथ की मेहनत की और अपनी पीआर कंपनी स्थापित की, जिससे रोजगार के अवसर बने और अब पीआर कंपनी में 60 लोगों का स्टाफ है। बाजार में अच्छी छवि है और कई नामी गिरानी फर्म कस्टमर हैं। यह दास्तां है पब्लिक मीडिया सेल्यूशन कंपनी चलाने वाले रविंद्र भारती की, जिनके कदम अब सफलता चूम रही है। अगर हौसले मजबूत हो तो हम कुछ भी कर सकते हैं। इस सोच के साथ आगे बढऩे वाले रविंद्र भारती मूलत: उत्तरप्रदेश के बरेली शहर के रहने वाले हैं। मध्यमवर्गीय परिवार में पले बढ़ भारती के पिता रेलवे में कर्मचारी थे, जिन्होंने अपने बच्चों को सही राह पर चलते हुए जीना सिखाया। एक मल्टीनेशनल कंपनी में काम करते करते रविंद्र भारती ने सोचा कि सिर्फ एक नौकरी करना जीवन का उद्देश्य नहीं है तभी एक पीआर कंपनी खोलने का आइडिया आया और नौकरी के साथ रात में यूट्यूब पर बिखरे ज्ञान को खंगालते हुए रविंद्र ने व्यापार करने का फैसला किया।
रविंद्र कहते हैं कि यह बहुत रिस्की था क्योंकि पूरे परिवार में किसी ने कभी व्यापार नहीं किया था लेकिन रविंद्र एक साधारण जीवन नहीं चाहते थे इसलिए उन्होने मजबूत इरादों के साथ पीआर कंपनी की नींव रखकर जीवन में आगे बढऩे का फैसला किया। सबसे पहले कंपनी ने ध्यान दिया हॉस्पिटल इंडस्ट्री पर और ग्राहकों के विश्वास पर। पब्लिक रिलेशन के कारोबार में कदम बढ़ते गए और एक साल में ग्राहकों की समस्याओं व अचीवमेंट के बीच समन्वय बनाते हुए पब्लिक मीडिया सेल्यूशन ने अपना रूतबा बनाना शुरू किया।
दिसंबर 2017 से शुरू हुई कंपनी के अब कई बड़े क्लाइंट हैं। रविंद्र बताते हैं कि युवा पीढ़ी को यूट्यूब का फायदा अपने ज्ञान को बढ़ाने में करना चाहिए, यही आज का सबसे बड़ा गुरू है।बेहद कम मुनाफे में अपने ग्राहकों को बेहतर सेवाएं उपलब्ध करवाने वाली पब्लिक मीडिया सेल्यूशन कंपनी के पास 60 लोगों का स्टाफ है और रोजना अपना बेस्ट अपने कस्टमर को देता है। कंपनी ने सामाजिक कार्यों में भी अपना योगदान देना शुरू किया और स्ट्रीट डॉग की सुरक्षा के अभियान से भी जुड़ी है।