नई दिल्ली: पीआईबी फेक्ट चैक में सोशल मीडिया प्लेटफोर्म पर शेयर कि जा रही एक और फेक न्यूज के बारे में जानकारी दी है। पीआईबी ने बताया कि एक न्यूज चैनल की #Morphed तस्वीर सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है जिसमें यह दावा किया जा रहा है कि यूजीसी के नए दिशानिर्देशों के अनुसार अब प्रथम और द्वितीय वर्ष के छात्रों को भी परीक्षा देनी होगी। पीआईबी फेक्ट चैक में यह दावा फर्जी है। यूजीसी द्वारा ऐसी कोई घोषणा नहीं की गई है।
Image Source : PIBfake news goes viral on social media
यूजी-पीजी के फर्स्ट-सेकंड ईयर में पढ़ने वाले छात्रों को प्रमोट करने के लिए राज्य सरकार ने दिशा-निर्देश पहले ही दे चुकी है। प्रमोट पूर्व परीक्षाओं में अर्जित अंकों को आधार पर किया जाएगा। जो छात्र-छात्राएं प्रमोट प्रक्रिया के तहत प्राप्त अंकों से संतुष्ट नहीं होंगे उनकी स्थिति सामान्य होने के बाद अलग से परीक्षाएं करा दी जाएंगी।
इससे पहले NEET और JEE परीक्षा के आयोजन को लेकर ट्विटर पर फेक पोस्ट वायरल किए जा रहे थे। विपक्ष पर इन फेक पोस्ट को वायरल करवाने का आरोप लग रहा था। एक पोस्ट में यह दावा किया गया था कि छात्र ने अपने हाथ की नस काटने की कोशिश की। ऐसे पोस्ट पर एक यूजर्स ने लिखा कि जेईई-एनईईटी के खिलाफ विपक्ष द्वारा कैसे नकली पोस्ट का उपयोग किया जा रहा है।
एक यूजर्स ने इन पोस्ट पर लिखा कि #NEET_JEE परीक्षाओं को स्थगित करने के नाम पर किस तरह की बकवास चल रही है? सर @HMOIndia @PMOIndia कृपया इन नकली हैंडल और प्रचार प्रसार पर गौर करें। वे कोई छात्र नहीं हैं, लेकिन कुछ ऐसे लोग हैं जो युवाओं को भड़काना चाहते हैं।
Image Source : PIBfake news goes viral on social media
Latest Education News