नई दिल्ली: उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री और शिक्षा मंत्री डॉ दिनेश शर्मा ने कहा कि अभी भी कई राज्य ऐसे हैं जहां कोरोना वायरस संक्रमण कंट्रोल स्थिति में नहीं है, ऐसे में वहां परीक्षाएं कराना कठिन है। इसे देखते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा CBSE की 12वीं बोर्ड की परीक्षाएं रद्द करने का निर्णय जनहित में है।
डॉ दिनेश शर्मा ने कहा कि उत्तर प्रदेश में 100 साल के इतिहास में पहली बार 10वीं की बोर्ड परीक्षाएं रद्द की गई हैं। उन्होंने कहा कि हम फरवरी में बोर्ड की परीक्षाएं कराना चाहते थे लेकिन पंचायत चुनाव के कारण परीक्षाएं शुरू नहीं हो पाई और फिर जब नई स्थिति आई तो हमने हाई स्कूल की परीक्षा को रद्द कर दिया।
यूपी बोर्ड की 12वीं की परीक्षा होगी या नहीं?
डॉ दिनेश शर्मा ने कहा कि उत्तर प्रदेश की स्थिति अलग है। हमने कहा था कि अगर स्थिति सामान्य होती है तो हम जुलाई के दूसरे सप्ताह में परीक्षा कराने पर विचार करेंगे। उत्तर प्रदेश में कोरोना कंट्रोल में होता नजर आ रहा है। स्थिति तेजी से बदल रही है। हम परीक्षा को लेकर स्थिति का आंकलन कर रहे हैं।
उन्होंने कहा कि एक-दो दिन के बाद स्थिति स्पष्ट हो जाएगी। पीएम मोदी ने जो CBSE की 12वीं की परीक्षाओं के संदर्भ में निर्णय लिया है, उसे ध्यान में रखते हुए हम अपने अधिकारियों और मुख्यमंत्री के साथ बैठकर यूपी बोर्ड की परीक्षा पर निर्णय लेंगे कि हमें क्या करना है।
अगर परीक्षा रद्द की गई तो क्या होगा? देखिए- पूरा इंटरव्यू
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