नई दिल्ली। विभिन्न मेडिकल कॉलेजों में दाखिले के लिए आयोजित की जाने वाली नीट परीक्षा इस नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति के अंतर्गत करवाई जाएगी। यह परीक्षा रविवार 1 अगस्त को आयोजित की गई है। परीक्षा आयोजित करने वाली संस्था नेशनल टेस्टिंग एजेंसी यानी एनटीए ने कहा, "एमबीबीएस, बीडीएस, बीएएमएस, बीएसएमएस, बीयूएमएस और बीएचएमएस पाठ्यक्रमों में दाखिला के लिए नीट (ग्रेजुएट) 2021 का आयोजित की जा रही है।"
देशभर के मेडिकल कॉलेजों में दाखिले के लिए आयोजित की जाने वाली नीट परीक्षा नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति के तहत 'पेन और पेपर मोड' से हिंदी और अंग्रेजी सहित 11 भाषाओं में आयोजित की जाएगी।
नेशनल टेस्टिंग एजेंसी यानी एनटीए ने बताया कि इस बार नीट की परीक्षाएं नई शिक्षा नीति को ध्यान में रखते हुए आयोजित की जाएंगी। इसी के चलते यह परीक्षाएं इस बार हिंदी समेत 11 विभिन्न भारतीय भाषाओं में आयोजित करने का फैसला लिया गया है।
पिछले वर्ष इस परीक्षा के लिए कुल 15.97 लाख उम्मीदवारों ने रजिस्ट्रेशन करवाया था। इनमें से लगभग 90 फीसदी परीक्षार्थियों ने एग्जाम दिया था। करीब 14.37 लाख से अधिक उम्मीदवार कोरोना महामारी के बावजूद 13 सितंबर को प्रवेश परीक्षा में शामिल हुए थे। कंटेनमेंट जोन में होने के चलते जो छात्र परीक्षा नहीं दे पाए थे, उनके लिए 14 अक्टूबर को फिर से परीक्षा का आयोजन किय गया था। इसलिए रिजल्ट में थोड़ी देरी भी हुई।
इस परीक्षा में सफलता प्राप्त करने वाले परीक्षार्थियों को देश के सरकारी और प्राइवेट मेडिकल कॉलेजों में संचालित एमबीबीएस व बीडीएस कोर्सेज में एडमिशन मिलता है।नीट परीक्षा के लिए न्यूनतम शैक्षिक योग्यता 12वीं कक्षा में फिजिक्स, केमिस्ट्री, बायोलॉजी या बायो टेक्नोलॉजी होना है। 12वीं की बोर्ड देने वाले छात्र भी यह परीक्षा दे सकते हैं। इसके जरिए आयुष बीवीएससी और एच कोर्स में भी प्रवेश होता है।
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