देश में हर साल लाखों स्टूडेंट्स 12वीं के बाद मेडिकल लाइन में आगे बढ़ते हैं। ज्यादार लोगों का NEET पास करके MBBS करना एक सपना होता है। जिनमें से बहुत कम लोग नीट एग्जाम को क्वॉलीफाई करके गवर्नमेंट इंस्टीट्यूशंस में दाखिला ले पाते हैं। वहीं, बहुत से लोग जो नीट एग्जाम को क्लियर नहीं कर पाते, वे प्राइवेट MBBS करते हैं यानी निजी कॉलेजों में MBBS की पढाई के लिए दाखिला लेते हैं।
लेकिन MBBS करने के बाद किसके साथ आगे बढ़ना है यानी पीजी में क्या करना है MS या MD? इसमें भी अक्सर कंफ्यूजन होता है। आज हम आपको इस खबर के माध्यम से दोनों(MS और MD) के बारे में डिटेल में बताएंगे। साथ ही एमबीबीएस के बाद बेस्ट करियर ऑप्शंस के बारे में बताएंगे।
MS और MD के बीच अंतर
MBBS की पढ़ाई करने के बाद स्टूडेंट्स MS या MD के साथ आगे की पढ़ाई को आगे बढ़ाते हैं। एमएस जनरल सर्जरी में मास्टर डिग्री है जबकि एमडी जनरल मेडिसिन में मास्टर डिग्री है। दोनों ही पोस्ट ग्रेजुएशन कोर्स हैं। MD की पढ़ाई में नॉन-सर्जिकल ब्रांच शामिल है जबकि MS में केवल सर्जिकल स्टडीज को ही शामिल किया जाता है। अगर आप एक हार्ट सर्जन या न्यूरोसर्जन बनना चाहते हैं तो आपको अपनी MBBS की पढ़ाई पूरी करने के बाद MS कोर्स में एडमिशन लेना चाहिए। लेकिन, अगर आप जनरल फिजिशियन बनना चाहते हैं तो आपको एमडी डिग्री कोर्स में एडमिशन लेना चाहिए
इन सब में बना सकते हैं करियर
एसएस या एमडी की पढ़ाई पूरी करने के बाद आप कई जगहो पर अपना करियर बना सकते हैं। स्टूडेट्स पीजी पूरी करने के बाद सरकारी डॉक्टर(गवर्नमेंट जॉब्स) के लिए भी अप्लाई कर सकते हैं। इसके अलावा अपना क्लिनिक, नर्सिंग होम या अस्पताल भी शुरू कर सकते हैं। वहीं अगर आपको पढ़ाना अच्छा लगता है, तो आपके पास एक ऑप्शंस टीचिंग का भी है। आप किसी भी मेडिकल कॉलेज में टीचिंग के रूप में काम कर सकते हैं।
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