दिल्ली यूनिवर्सिटी ने लिया बड़ा फैसला, अब सभी कोर्सों में इन बच्चों को देगी रिजर्वेशन
दिल्ली यूनिवर्सिटी ने एक बड़ा फैसला किया है। यूनिवर्सिटी आगामी एकेडमिक सेशन से सिंगल गर्ल चाइल्ड को रिजर्वेशन देगी।
दिल्ली यूनिवर्सिटी में अगर आप भी पढ़ाई करनी की सोच रहे हैं तो ये खबर आपके काम की साबित हो सकती है। डीयू ने आगामी एकेडमिक सेशन के सभी कोर्सों के लिए एक बड़ा ऐलान किया है, जिससे काफी छात्राओं को मदद मिलेगी। डीयू इस एकेडमिक ईयर से ग्रेजुएशन और पोस्ट ग्रेजुएशन कोर्सों में सिंगल गर्ल चाइल्ड को अतिरिक्त कोटे के तहत सीट देगा यानी कि वे लड़कियां जो अपनी मां-बाप की इकलौती संतान हैं, उन्हें डीयू में एक सीट मिलेगी। इसकी घोषणा मंगलवार को डीयू के रजिस्ट्रार विकास गुप्ता ने की है।
पहली बार कर रही ऑफर
गुप्ता ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, "नया एकेडमिक सेशन 1 अगस्त से शुरू होने की उम्मीद है।" रजिस्ट्रार विकास गुप्ता ने ग्रेजुएशन कोर्सों में एडमिशन के लिए CSAS पोर्टल के शुभारंभ के दौरान इसकी घोषणा की। उन्होंने कहा, "हम इस एकेडमिक सेशन से ग्रेजुएशन और पोस्ट ग्रेजुएशन कोर्सों में अतिरिक्त कोटे के तहत एक-एक सीट की पेशकश करेंगे।" जानकारी दे दें कि यह पहली बार है जब यूनिवर्सिटी अतिरिक्त कोटे के तहत सिंगल गर्ल चाइल्ड को सीटें दे रही है।
पिछले साल किया था ये ऐलान
पिछले साल, यूनिवर्सिटी ने सभी ग्रेजुएशन और पोस्टग्रेजुएशन कोर्सों में अनाथ बच्चों को अतिरिक्त कोटे के तहत दो-दो सीटें देना शुरू किया। दिल्ली यूनिवर्सिटी ने एकेडमिक ईयर 2023-24 के लिए अपने विभिन्न ग्रेजुएशन, पोस्टग्रेजुएशन और पीएचडी कोर्सों में एडमिशन की पॉलिसी और इसकी शुरुआत की घोषणा की थी। इस अवसर पर नया एग्जाम पोर्टल - सीएसएएस (यूजी) भी लॉन्च किया गया।
डीयू के साथ 69 कॉलेज
डीयू अपने 69 कॉलेजों के माध्यम से 79 यूजी कार्यक्रम और 183 बीए कोर्स ऑफर करता है। कॉलेजों में करीब 71,000 सीटें उपलब्ध हैं। साथ ही यूनिवर्सिटी द्वारा लगभग 1,550 यूनिक प्रोग्राम और अन्य कॉलेज कॉम्बिनेशन दिए जाते हैं।
उन्होंने आगे कहा कि डीयू हर एक कॉलेज में हर प्रोग्राम के लिए सामान्य, ओबीसी और ईडब्ल्यूएस श्रेणियों के तहत 20 प्रतिशत अतिरिक्त छात्रों को एडमिशन देगा और अधिकतम सीटों को भरने के लिए एससी/एसटी/पीडब्ल्यूबीडी श्रेणियों में 30 प्रतिशत अतिरिक्त छात्रों को एडमिशन देगा। "कक्षाओं में भीड़भाड़ से बचने के लिए, एससी/एसटी और बेंचमार्क विकलांगता (पीडब्ल्यूबीडी) श्रेणियों में "अतिरिक्त छात्रों" के लिए मौजूदा 30 प्रतिशत रिजर्वेशन को 5 प्रतिशत से कम की वापसी दर वाले कॉलेजों में घटाकर 15 प्रतिशत कर दिया जाएगा।"
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