दिल्ली यूनिवर्सिटी के इंद्रप्रस्थ कॉलेज की छात्राओं ने प्रिंसिपल के ख़िलाफ किया प्रदर्शन, की इस्तीफे की मांग
दिल्ली यूनिवर्सिटी के इंद्रप्रस्थ कॉलेज की छात्राओं ने प्रिंसिपल के ख़िलाफ जमकर धरना प्रदर्शन किया है।
दिल्ली यूनिवर्सिटी के इंद्रप्रस्थ कॉलेज में हंगामा मचा हुआ है। छात्राओं ने प्रिंसिपल के ख़िलाफ जमकर प्रदर्शन किया है। प्रदर्शन कर रही छात्राओं की मांग है कि छात्राओं से की गई बदतमीजी के खिलाफ ठोस कदम उठाया जाए। इतना ही नहीं अब तक कॉलेज प्रशासन के नाराज छात्राओं ने प्रिंसिपल से इस्तीफे की मांग भी की है। छात्राओं के एक गुट ने आज सोमवार को दावा किया कि उनके लगभग 15 कार्यकर्ताओं को इंद्रप्रस्थ महिला कॉलेज (आईपी) के बाहर से डिटेन कर लिया गया था, जहां वे पिछले हफ्ते एक फेस्ट के दौरान छात्राओं से कथित उत्पीड़न के विरोध में प्रदर्शन करने के लिए इकट्ठा हुए थे। हालांकि, दिल्ली पुलिस ने छात्रों के आरोप को खारिज किया है।
15 कार्यकर्ताओं को हिरासत में लिया
जानकारी के लिए बता दें कि ये स्टूडेंट अखिल भारतीय छात्र संघ (AISA) के नेतृत्व में विरोध करने के लिए कॉलेज के गेट के बाहर जमा हुए थे। इस दौरान मौके पर बड़ी संख्या में पुलिसकर्मियों की तैनाती की गई थी और कॉलेज के गेट पर बैरिकेडिंग भी की गई थी। छात्रसंघ के दिल्ली इकाई के अध्यक्ष अभिज्ञान ने आरोप लगाते हुए कहा कि AISA के करीब 15 कार्यकर्ताओं को हिरासत में लिया गया और उन्हें बुराड़ी थाने ले जाया गया है। वहीं, छात्रों के इस आरोप से एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने इनकार किया है। अधिकारी ने जानकारी देते हुए कहा, करीब 10-15 प्रदर्शनकारी कॉलेज गेट के बाहर जमा हुए थे। उन्हें वहां से शांतिपूर्वक हटाया गया था। इस दौरान हमने किसी को हिरासत में नहीं लिया है।
क्या है मामला
गौरतलब है कि बीते बुधवार को दिल्ली यूनिवर्सिटी से संबद्ध इंद्रप्रस्थ महिला कॉलेज (IP) में हुए फेस्ट के दौरान छात्राओं से अभद्रता के विरोध में छात्राओं ने प्रदर्शन किया था। छात्राएं सुबह 11 बजे कॉलेज के गेट पर इकट्ठा हुईं थीं। इस दौरान उन्होंने कॉलेज प्रशासन के विरोध में प्रदर्शन करते हुए छात्राओं को सुरक्षा मुहैया कराने की मांग की थी। कथित तौर पर इस दौरान पहुंची पुलिस ने कई छात्राओं को डिटेन कर लिया था। इसके बाद सभी को बुराड़ी थाने ले जाया गया, जहां से बाद में सभी को छोड़ दिया गया। पुलिस कार्रवाई के दौरान कुछ स्टूडेंट्स ने चोट लगने का दावा भी किया था।
इसे भी पढ़ें-
JEE NEET Free Coaching: इस राज्य की सरकार नए सेशन 2023-24 में JEE और NEET की कराएगी फ्री कोचिंग, जानें पूरी डिटेल
Success Story: न रिवीजन न पढ़ने का मिला ज्यादा समय, सिर्फ 4 महीने में क्रैक की UPSC; पढ़ें IAS सौम्या शर्मा की कहानी