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Hindi News एजुकेशन जुलाई से पहले दिल्ली के स्कूल खुलने की संभावना बेहद कम, मनीष सिसोदिया ने दिये संकेत: रिपोर्ट

जुलाई से पहले दिल्ली के स्कूल खुलने की संभावना बेहद कम, मनीष सिसोदिया ने दिये संकेत: रिपोर्ट

ताजा रिपोर्ट के अनुसार स्कूलों के दोबारा खुलने में अभी करीब 6 महीने का वक्त लग सकता है और स्कूल अगले साल जुलाई तक बंद रह सकते हैं।

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कोरोना संकट के चलते पिछले साल मार्च से बंद चल रहे दिल्ली के स्कूलों के फिलहाल खुलने की संभावना बेहद कम है। ताजा रिपोर्ट के अनुसार स्कूलों के दोबारा खुलने में अभी करीब 6 महीने का वक्त लग सकता है और स्कूल अगले साल जुलाई तक बंद रह सकते हैं। इंडियन एक्सप्रेस अखबार से बातचीत में दिल्ली के उप मुख्यमंत्री और शिक्षामंत्री मनीष सिसोदिया ने बताया कि यदि फरवरी मार्च में वैक्सीन लगनी शुरू हो भी जाती है, फिर भी तुरंत स्कूल खुलने की संभावना नहीं है। इसके साथ ही सिसोदिया ने बताया कि संभव है कि सत्र 2021-22 में दिल्ली में नर्सरी के एडमिशन भी न हों। फिलहाल दिल्ली सरकार इस पर विचार कर रही है।  दिल्ली में इस साल नर्सरी के एडमिशन को रद्द सकती है सरकार: रिपोर्ट

मनीष सिसोदिया ने बताया कि जुलाई से पहले स्कूलों के फिर से खुलने की बहुत कम संभावना है। भले ही हम फरवरी तक लोगों का टीकाकरण शुरू कर दें, फिर भी हम जुलाई तक केवल एक बड़े हिस्से का ही टीकाकरण कर पाएंगे। इससे पहले स्कूलों को फिर से खोलने की कोई संभावना नहीं है। हमें यह भी देखना होगा कि शिक्षकों और छात्रों को जोखिम में डाले बिना परीक्षाएं कैसे आयोजित की जाएंगी। 

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इस साल नर्सरी के एडमिशन को रद्द सकती है सरकार

इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक दिल्ली की अरविंद केजरीवाल सरकार इस साल (2021-22 शिक्षा सत्र) नर्सरी की एडमिशन को रद्द कर सकती है। रिपोर्ट में सूत्रों के हवाले से कहा गया है कि सरकार के वरिष्ठ अधिकारियों ने इस विकल्प पर चर्चा की है और निजी स्कूलों के सामने यह विकल्प पेश किया जा सकता है। रिपोर्ट के मुताबिक नर्सरी एडमिशन को इस साल रद्द करके अगले साल स्कूलों को नर्सरी और केजी दोनो कक्षाओं के लिए एक साथ दाखिले लिए जाने का प्रस्ताव है। कोरोना वायरस के मौजूदा हालात को देखते हुए सरकार यह सुनिश्चित करना चाहती है कि छोटी कक्षाओं के बच्चे सबसे अंत में स्कूल जाएं।

परीक्षा आयोजित करना भी एक चुनौती 

इस साल होने वाली परीक्षाओं को लेकर भी अभी बादल छाए हुए हैं, रिपोर्ट में मनीष सिसोदिया के बयान को छापा गया है जिसमें मनीष सिसोदिया कह रहे हैं कि उन्हें यह भी देखना होगा कि इस साल अध्यापकों और छात्रों को खतरे में डाले बिना परीक्षाएं कैसे कराई जाएं। कोरोना वायरस के संक्रमण की वजह से मार्च 2020 से देशभर में स्कूल बंद पड़े हैं और बच्चों को ऑनलाइन पढ़ाई हो रही है। हाल के दिनों में कोरोना के मामले जरूर कम हुए हैं लेकिन जिस तरह से यूरोप में कोरोना का नया वायरस कहर ढा रहा है उसे देखते हुए सरकारें फिलहाल स्कूलों को खोलने की जल्दबाजी में नहीं दिख रही हैं।

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