इस राज्य में आज से शुरू हो रही 'मुख्यमंत्री सीखो-कमाओ योजना', मुख्यमंत्री करेंगे लांच
मध्य प्रदेश के युवाओं के लिए काम की खबर है। राज्य में आज से 'मुख्यमंत्री सीखो-कमाओ योजना' शुरू हो रही है। सीएम शिवराज सिंह चौहान इस योजना को आज हरी झंडी देंगे। बता दें कि युवाओं को स्किल सीखने के साथ-साथ स्टाइपेंड भी मिलेगी।
किसी भी राज्य के समग्र विकास में युवा शक्ति की महत्वपूर्ण भागीदार होती है। इसी को लेकर युवाओं को आत्मनिर्भर बनाने के लिए मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के नेतृत्व में एक अनूठा काम होने जा रहा है। 4 जुलाई यानी आज मुख्यमंत्री भोपाल के रविन्द्र भवन से मुख्यमंत्री सीखो-कमाओ योजना में पोर्टल पर प्रशिक्षणार्थियों के रजिस्ट्रेशन का शुभारंभ करेंगे। कार्यक्रम के दौरान सीएम शिवराज सिंह चौहान युवाओं से संवाद भी करेंगे। इस कार्यक्रम का लाइव प्रसारण सभी जिला मुख्यालयों पर भी होगा। जानकारी दे दें कि आज से प्रदेश के युवा अपने मनपसंद विषय में पात्रता अनुसार पोर्टल पर रजिस्ट्रेशन करा सकेंगे।
लर्न एंड अर्न की तर्ज पर बनी है योजना
सूबे के मुख्यमंत्री शिवराज चौहान ने युवाओं के हितों और मध्यप्रदेश के सामाजिक, आर्थिक विकास में उनकी भागीदारी सुनिश्चित करने के उद्देश्य से कई कदम उठाए हैं। इसी क्रम में मध्यप्रदेश सरकार ने अपनी युवा नीति को आगे बढ़ाते हुए 'अर्न एन्ड लर्न' की तर्ज पर नई 'मुख्यमंत्री सीखो-कमाओ योजना' तैयार की है। योजना अंतर्गत ट्रेनिंग करने वाले युवाओं को नई तकनीक और प्रक्रियाओं में प्रशिक्षित किया जाएगा, जिससे युवाओं को आसानी से रोजगार मिल सकेगा। इस योजना के तहत राज्य के 18 से 29 साल के शिक्षित युवाओं को विभिन्न क्षेत्रों में कार्यरत प्रतिष्ठित कंपनियों में ट्रेनिंग का अवसर मिलेगा। ट्रेनिंग के दौरान युवाओं को हर महीने स्टाइपेंड भी मिलेगा।
योजना के लिए क्या है योग्यता
सरकार ने इस योजना के पहले चरण में एक लाख युवाओं को रोजगार उन्मुखी कौशल में प्रशिक्षित करने का लक्ष्य रखा है। बता दें कि जरूरत के मुताबिक इस लक्ष्य को और भी बढ़ाया जाएगा। योजना के तहत चयनित मध्यप्रदेश राज्य कौशल विकास एवं रोजगार निर्माण बोर्ड द्वारा निर्धारित कोर्स में प्रशिक्षणार्थी के रूप में रजिस्टर्ड किया जाएगा जिसमें कोर्सों की लिस्ट योजना के पोर्टल www.mmsky.mp.gov.in पर उपलब्ध रहेगी। योजना की पात्रता के लिए आवेदक मध्यप्रदेश का मूल निवासी हो, आयु 18 से 29 वर्ष हो और न्यूनतम शैक्षणिक योग्यता 12वीं पास, आईटीआई पास, डिप्लोमा पास, स्नातक पास या उच्च शिक्षा पास होना जरूरी है।
कितना मिलेगा स्टाइपेंड
इस योजना के प्रति युवाओं में खासा उत्साह देखने को मिल रहा है। योजना में चयनित युवाओं को उनकी एजुकेशन क्वालिफिकेशन के मुताबिक स्टाइपेन्ड मिलेगा, जिसमें 12वीं पास को प्रतिमाह 8000 , आईटीआई पास को 8500, डिप्लोमा पास को 9000 और स्नातक पास या उच्च शिक्षा पास होने पर 10 हजार रुपये प्रति माह दिए जाएंगे।
जुड़े 10 हजार से अधिक संस्थान
इस योजना में युवाओं को अपने संस्थानों में रोजगार दिलाने के लिए 1 जुलाई तक 10 हजार से अधिक प्रतिष्ठानों ने पंजीयन कराया है। जिसके द्वारा लगभग 35000 प्रशिक्षण रिक्तियां प्रकाशित की जा चुकी है। मुख्यमंत्री शिवराज चौहान की इस नई पहल से प्रदेश के युवाओं के सपनों को नए पंख लगेंगे ।
स्किल और कमाई के साथ रोजगार के भी अवसर
'मुख्यमंत्री सीखो कमाओ योजना 'के लागू होने से काम सीखने के साथ-साथ युवाओं को आर्थिक रूप से जो मदद मिलेगी वह उनका आत्मविश्वास बढ़ाएगी। आमतौर पर औपचारिक शिक्षा मिलने के बाद औद्योगिक और व्यावसायिक प्रतिष्ठानों को पर्याप्त संख्या में कुशल लोग नहीं मिल पाते। इसे देखते हुए सरकार को उनके कौशल विकास के लिए प्रदेश सरकार को इस तरह की योजना की जरूरत महसूस हुई जहाँ पर युवाओं को काम सीखने के साथ ही कमाई के अवसर भी मिलेंगे। ट्रेनिंग के बाद निर्धारित परीक्षा पास करने या फार्मेटिव एसेसमेंट के बाद मध्यप्रदेश राज्य कौशल विकास एवं रोज़गार बोर्ड स्टेट काउंसिल फार वोकेशनल ट्रेनिंग का सर्टिफिकेट देगा। इसके लिए योजना से कंपनियों और सर्विस सेक्टर को जोड़ा गया है।
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