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छत्तीसगढ़ सरकार की बड़ी पहल, प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए श्रमिकों के बच्चों को मिलेगी निशुल्क कोचिंग

छत्तीसगढ़ सरकार ने एक बड़ा कदम उठाया है। राज्य सरकार ने श्रमिकों के बच्चों को प्रतियोगी परीक्षा के लिए फ्री में कोचिंग देने का फैसला किया है। इस योजना को जुलाई माह से शुरू किया जाना है।

छत्तीसगढ़ सरकार ने श्रमिकों के बच्चों के लिए निःशुल्क कोचिंग शुरू करने का फैसला किया है।- India TV Hindi Image Source : PEXELS छत्तीसगढ़ सरकार ने श्रमिकों के बच्चों के लिए निःशुल्क कोचिंग शुरू करने का फैसला किया है।

छत्तीसगढ़ सरकार ने एक बड़ी पहल की है। राज्य सरकार ने श्रमिकों के बच्चों के लिए निःशुल्क कोचिंग शुरू करने का फैसला किया है। अधिकारियों से मिली जानकारी के अनुसार यह योजना इस साल जुलाई महीने से शुरू होगी। इसके तहत राज्य लोक सेवा आयोग (PSC), छत्तीसगढ़ व्यावसायिक परीक्षा मंडल (व्यापम) और बैंकिंग समेत अन्य प्रतियोगी परीक्षा के लिए निःशुल्क कोचिंग की सुविधा मिलेगी।

इन जिलों से शुरू हो रही योजना 

इस योजना को राज्य के 10 जिलों रायपुर, बिलासपुर, दुर्ग, धमतरी, राजनांदगांव, कोरबा, रायगढ़, जांजगीर चांपा और महासमुंद जिले से शुरू किया जा रहा है। राज्य के श्रम मंत्री लखन लाल देवांगन ने बताया कि छत्तीसगढ़ भवन एवं अन्य सन्निर्माण कर्मकार कल्याण मंडल के रजिस्टर्ड हितग्राहियों के लिए ‘मुख्यमंत्री निर्माण श्रमिकों के बच्चों के लिए निःशुल्क कोचिंग सहायता योजना’ शुरू की गई है।

कब तक दी जाएगी निशुल्क कोचिंग 

देवांगन ने बताया कि श्रमिक परिवार के बच्चों को प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी के लिए बेहतर सुविधाओं की जरूरत है। उन्होंने कहा कि पंजीकृत श्रमिक और पंजीकृत श्रमिकों की संतानों को शैक्षणिक योग्यता अनुसार लोक सेवा आयोग, छत्तीसगढ़ व्यावसायिक परीक्षा मंडल, कर्मचारी चयन आयोग, बैंकिग, रेलवे, पुलिस भर्ती और अन्य प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी के लिए चार से 10 माह तक की निःशुल्क कोचिंग प्रदान की जाएगी। 

ये भी हैं पात्र 

मंत्री ने बताया कि योजना का लाभ लेने के लिए इच्छुक और पात्र हितग्राही स्वयं, ‘च्वाइस सेंटर’ या श्रम कार्यालय के जरिए ऑनलाइन अप्लाई कर सकते हैं। उन्होंने बताया कि यदि हितग्राही की मृत्यु 9 जून 2020 से पहले हुई है तब भी योजना के लिए उनके बच्चे पात्र हैं। साथ ही वे हितग्राही जो ‘मुख्यमंत्री निर्माण श्रमिक मृत्यु एवं दिव्यांग सहायता योजना’ से जुड़े हुए हैं वे भी आवेदन कर इस योजना का लाभ ले सकते हैं। 

ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों मोड में होगी कोचिंग 

देवांगन ने बताया कि यह कोचिंग ऑनलाइन के साथ-साथ ऑफलाइन भी होगी ताकि विभिन्न परीक्षा की तैयारी कर रहे छात्र-छात्राओं को दोनों ऑप्शिन मिल सके। राज्य के सीनियर अधिकारियों ने बताया कि तीन जिले रायपुर, दुर्ग और बिलासपुर में विद्यार्थियों के कुल (50-50) चार बैच बनाए गए हैं। अन्य जिलों से आए आवेदन का परीक्षण कर बैच बनाने की प्रक्रिया तेजी से चल रही है। 

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