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Hindi News एजुकेशन CBSE ने दिल्ली के 18, वाराणसी के 3 समेत कई शहरों के स्कूलों को भेजा नोटिस, की थी 29 स्कूलों पर छापेमारी

CBSE ने दिल्ली के 18, वाराणसी के 3 समेत कई शहरों के स्कूलों को भेजा नोटिस, की थी 29 स्कूलों पर छापेमारी

CBSE ने दिल्ली, वाराणसी समेत कई बड़े शहरों के स्कूलों को नोटिस भेजकर जवाब मांगा है। जानकारी के मुताबिक, दिल्ली के 18 स्कूलों को नोटिस भेजा गया है।

CBSE- India TV Hindi Image Source : INDIA TV CBSE

सेंट्रल बोर्ड ऑफ सेंकेंडरी एजुकेशन (CBSE) ने आज दिल्ली, वाराणसी, पटना समेत कई बड़े शहरों के स्कूलों को शो-कॉज नोटिस भेजा है। बोर्ड ने 29 स्कूलों पर अचानक से औचक निरीक्षण किया, जिनमें दिल्ली, यूपी, कर्नाटक, गुजरात, बिहार और छत्तीसगढ़ राज्य शामिल हैं। सीबीएसई ने इन राज्यों के कई स्कूलों में जाकर डमी स्टूडेंट चेक किए, जिन स्कूलों में कई छात्र डमी पाए गए उनपर अब सीबीएसई ने कार्रवाई की है। CBSE के सचिव हिमांशु गुप्ता ने इस बात की जानकारी दी।

कई बड़े शहरों में की छापेमारी

सीबीएसई सचिव ने कहा कि कुल 29 टीमों ने दिल्ली, बेंगलुरु, वाराणसी, पटना, अहमदाबाद और बिलासपुर शहरों के 29 स्कूलों में औचक छापेमारी की। इस टीम में सीबीएसई का एक ऑफिसर शामिल था। यह छापेमारी डमी स्टूडेंट को लेकर थी। यह छापेमारी बुधवार और गुरुवार को किया गया है।

नियमों का उल्लंघन करते पाए गए स्कूल

हिमांशु गुप्ता ने बताया, "जांच किए गए अधिकतर स्कूलों में बोर्ड के संबद्धता उपनियमों का उल्लंघन करते हुए पाया गया। इन स्कूलों में छात्रों को उनकी वास्तविक उपस्थिति रिकॉर्ड से अधिक संख्या में नामांकित किया गया था, जिससे प्रभावी रूप से 'गैर-उपस्थित' नामांकन मिले। इसके अलावा, कई स्कूल बोर्ड के बुनियादी ढाँचे के मानदंडों का भी उल्लंघन करते पाए गए।"

भेजा सभी स्कूलों को नोटिस

उन्होंने आगे कहा, "सीबीएसई ने इन उल्लंघनों को गंभीरता से लिया है और नियमों का उल्लंघन करने वाले स्कूलों को कारण बताओ नोटिस जारी करने की प्रक्रिया शुरू की है। बोर्ड दोषी स्कूलों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई पर भी विचार कर रहा है।" बता दें कि उल्लंघन करने वाले 18 स्कूल राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली के स्कूल हैं, जबकि यूपी के वाराणसी में 3, कर्नाटक के बेंगलुरु, बिहार के पटना, गुजरात के अहमदाबाद और छत्तीसगढ़ के बिलासपुर जिले में 2-2 स्कूल हैं।

कौन लेता है डमी एडमिशन?

गौरतलब हैं कि इंजीनियरिंग और मेडिकल कंपटेटिव परीक्षाओं की तैयारी करने वाले बहुत से छात्र ऐसे स्कूलों में एडमिशन लेना पसंद करते हैं, ताकि वे पूरी तरह से प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी पर अपना ध्यान फोकस रख सकें। ये छात्र क्लास अटेंड नहीं करते और सीधे बोर्ड परीक्षा में शामिल हो जाते हैं। अभ्यर्थी कुछ राज्यों के छात्रों के लिए उपलब्ध मेडिकल और इंजीनियरिंग संस्थानों में कोटा को ध्यान में रखते हुए डमी स्कूलों का भी चयन करते हैं। इसे ऐसे समझें कि जिन छात्रों ने दिल्ली में कक्षा 11वीं और 12वीं की पढ़ाई पूरी की है, उन्हें दिल्ली राज्य कोटे के तहत राष्ट्रीय राजधानी के मेडिकल कॉलेजों में एडमिशन के लिए पात्र माना जाता है।

(इनपुट- PTI)

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