Career Tips: नहीं मिल रही नौकरी! ग्रेजुएशन के बाद करें ये डिप्लोमा कोर्स, मिल जाएगी बढ़िया जॉब
Career Tips:- एक बढ़िया जॉब के लिए युवा भागदौड़ रहे हैं। परेशान हो चुके युवाओं के लिए ये खबर हैं। अगर आप ग्रेजुएट हैं और फिर भी जॉब नहीं मिली है तो यहां कुछ डिप्लोमा कोर्स की जानकारी दी जा रही है। इन्हें अपनाकर आप एक बढ़िया जॉब पा सकते हैं।
इन दिनों बेरोजगारी छाई हुई है। ऐसे में एक नौकरी के लिए कितनी मारामारी है, ये आप बखूबी समझ रहे होंगे। लोगों को नौकरियां ढूंढने में काफी मशक्कत करनी पढ़ रही है। खासकर ग्रेजुएट हो चुके युवाओं को आजकल नई जॉब पाने में बहुत मुश्किल हो रही है, कोरोना के बाद इस मुश्किल में काफी इजाफा हुआ है। आज दुनिया में सिर्फ ग्रेजुएशन की डिग्री ले लेना ही पर्याप्त नहीं है। आज के समय में स्किल बेस्ड एजुकेशन सबसे ज्यादा जरूरी हैं। जिसमें सबसे ज्यादा मदद कर रहे हैं डिप्लोमा कोर्स। आइए ऐसे कुछ डिप्लोमा कोर्सेज के बारे में जानते हैं जिनसे आसानी से नौकरी मिल सकती है।
पोस्ट ग्रेजुएट डिप्लोमा इन कंप्यूटर मैनेजमेंट
कंप्यूटर साइंस में पीजी डिप्लोमा- ये दो सेमेस्टर व एक साल में पूरा होने वाला कंप्यूटर साइंस का डिप्लोमा कोर्स है। इसके पाठ्यक्रम में सीए, एचटीएमएल, जावा, डेटाबेस मैनेजमेंट और ओरेकल आदि के बारे में जानकारी दी जाती है। इस कोर्स में एडमिशन की प्रक्रिया हर संस्थान में अलग-अलग होती है, एडमिशन के लिए कुछ संस्थान एंट्रेस एग्जाम आयोजित करते हैं, जबकि कुछ परीक्षा में आए अंकों के आधार पर छात्रों का चयन करते हैं। कोर्स पूरा करने के बाद उम्मीदवार वेब डिजाइनर, सिस्टम एनालिस्ट, सॉफ्टवेयर डेवलपर बन जाते हैं।
पीजीडीएम (PGDM)
पोस्ट ग्रेजुएट डिप्लोमा इन मैनेजमेंट- ये बी- स्कूलों द्वारा प्रदान किया जाने वाला 2 साल का मैनेजमेंट कोर्स है। इस कोर्स के लिए उम्मीदवारों को 50 से 70 प्रतिशत अंकों के साथ अपना ग्रेजुएट होना चाहिए। पीजीडीएम में प्रवेश कैट, एमएटी, एक्सएटी आदि जैसे मैनेजमेंट एंट्रेस एग्जाम्स के आधार पर किया जाता है। इसके बाद पर्सनल इंटरव्यू और ग्रुप डिस्कशन होती है। कोर्स करने वाले उम्मीदवारों को बैंक, रिसर्च ऑर्गनाइजेशन, फाइनेंस ऑर्गनाइजेशन, एजुकेशन से जुड़ा क्षेत्र, मैनुफेक्चुरिंग क्षेत्र आदि में नौकरी मिल सकती है।
मोबाइल ऐप डेवलपमेंट
आजकल मोबाइल ऐप डेवलपर्स के उपयोगिता को समझाने की आवश्यकता नहीं है। हर कोई जो मोबाइल फोन का इस्तेमाल करता है, वह इस पर विभिन्न एप्लिकेशन का उपयोग तो करता ही है। कोई भी उम्मीदवार ग्रेजुएट होने के बाद मोबाइल ऐप डेवलपमेंट में डिप्लोमा कोर्स कर सकता है, जो कई तरह के होते हैं। कोर्स पूरा होने के बाद उम्मीदवार बेहतर मोबाइल ऐप डेवलपर बन सकते हैं।
मशीन लर्निंग
आजकल मशीन लर्निंग भी प्रमुख पेशों में से एक है, उम्मीदवार मशीन लर्निंग और एआई में पोस्ट ग्रेजुएट डिप्लोमा कर अपने करियर को नई उड़ान दे सकते हैं। कार्यक्रम में पायथन, नेचुरल लैंग्वेज प्रोसेसिंग, कंप्यूटर विजन, स्पीच रिकॉग्निशन, मशीन लर्निंग, एडवांस्ड डीप लर्निंग सीखना आदि शामिल हैं। उम्मीदवारों के लिए यह कोर्स विभिन्न रोजगार के अवसरों को प्रदान करने में फायदेमंद साबित हो सकता है।
सर्टिफिकेशन इन फाइनेंस
अकाउंटिंग और टैक्सेशन के क्षेत्र में यह एक सर्टिफिकेट प्रोग्राम है, जिसमें पात्र होने के लिए उम्मीदवार को कम से कम 50 फीसदी अंकों के साथ संबंधित क्षेत्र में ग्रेजुएट होना जरूरी है। उम्मीदवारों को कोर्स के बाद अकाउंटेंट, टैक्स पॉलिसी एनालिस्ट, असिस्टेंट मैनेजर आदि पदों की नौकरी मिल सकती है।
फैशन डिजाइनिंग
फैशन डिजाइनिंग दो साल का नियमित पीजी कोर्स या 1 वर्ष का डिप्लोमा कोर्स है। फैशन और क्लोथिंग डिजाइनिंग में किए गए डिप्लोमा कोर्स के बाद कपड़ा, फुटवियर, एसेसरीज और फैशन तथा अन्य क्षेत्रों में बेहतरीन करियर के कई अवसर हैं। मार्केटिंग, रिटेलिंग, मर्चेंडाइजिंग, ब्रांड मैनेजमेंट, सप्लाई चेन मैनेजमेंट, एक्सपोर्ट मैनेजमेंट और मार्केट रिसर्च आदि में महारथ प्राप्त की जा सकती है। कुछ प्रमुख संस्थान जैसे नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ डिजाइन, नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ फैशन टेक्नोलॉजी और पर्ल एकेडमी ऑफ फैशन आदि इन कोर्सों को करवाते हैं।
फॉरेन लैंग्वेज
इस कोर्स को करने के बाद ट्रांसलेटर आदि पदों की कॉर्पोरेट जगत और दूतावासों में काफी मांग है। फॉरेन लैंग्वेज में कुछ प्रमाण पत्र पाठ्यक्रम और पीजी डिप्लोमा कोर्स हैं। जिसको पूरा करने के बाद आप पेशेवर अनुवादक, फॉरेन लैंग्वेज इन्स्ट्रक्टर, इंटरप्रेटर आदि की पदों पर जिम्मेदारी निभा सकते हैं।
मास कम्युनिकेशन
ग्रेजुएशन के बाद मास कम्युनिकेशन में किया गया पोस्ट ग्रेजुएट डिप्लोमा मीडिया, फिल्म और विज्ञापन, जनसंपर्क, डिजिटल संचार और मनोरंजन प्रबंधन में जॉब्स के अवसर उपलब्ध करवाता है। इस क्षेत्र में भी करियर के कई सारे अवसर हैं।
ट्रैवेल और टूरिज्म
टूरिज्म इंडस्ट्री का क्षेत्र एक और ऐसा क्षेत्र है जिसमें रोजगार की आपार संभावनाएं हैं। ग्रेजुएशन करने के बाद ट्रैवेल और टूरिज्म पाठ्यक्रम राज्य पर्यटन विभाग, इमिग्रेशन एंड कस्टम, ट्रैवल एजेंसियों आदि जैसे विभिन्न क्षेत्रों में नौकरी के लिए उम्मीदवार योग्य बनाता है। टूरिज्म इंडस्ट्री में कई सारे डिप्लोमा और सर्टीफिकेशन पाठ्यक्रम उपलब्ध हैं।