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Hindi News एजुकेशन बिहार के निजी स्कूल का बड़ा कारनामा! फीस जमा नहीं होने पर 2 बच्चों को बनाया बंधक; फिर ऐसे बची जान

बिहार के निजी स्कूल का बड़ा कारनामा! फीस जमा नहीं होने पर 2 बच्चों को बनाया बंधक; फिर ऐसे बची जान

बिहार के एक स्कूल ने एक कारनामा कर डाला जिसे कोई करने की सोच भी नहीं रखता होगा। बिहार के सहरसा जिले में एक निजी स्कूल ने दो बच्चों को घंटों तक बंधक बनाए रखा। बच्चों के पैरेंट्स घंटो तक इधर-उधर बच्चों को खोजते रहे।

bihar school- India TV Hindi Image Source : FILE PHOTO प्रतीकात्मक फोटो

बिहार के सहरसा जिले के सिमरी बख्तियारपुर से एक हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है। बख्तियारपुर थाना के मधुवन गांव के एक निजी स्कूल ने 2 बच्चों को बंधक बनाए रखा। पैरेंट्स अपने  बच्चों को घंटों तक इधर-उधर खोजते रहे। जानकारी के मुताबिक, कोलंबस पब्लिक स्कूल में मोहम्मद सलीम के 2 बच्चे पढ़ते हैं। उनकी पत्नी रेशमा खातून ने पुलिस को बताया कि उनके बच्चों को कोलंबस पब्लिक स्कूल के प्रबंधक ने बंधक बना रखा है तो पुलिस भी हैरान हुई। इसके बाद पुलिस स्कूल पहुंची और काफी मशक्कत के बाद बच्चों को आजाद कराया।

बाकी था स्कूल फीस

पुलिस ने बताया कि महिषी थाना के तहत राजनपुर गांव की रेशमा खातून ने बताया कि उनके बच्चों को एक स्कूल ने बंधक बना रखा। रेशमा करीबन 1.5 सालों से अपने दो बच्चों को कोलंबस पब्लिक स्कूल पढ़ा रही हैं और वह बराबर स्कूल की फीस भी जमा कर रही है, पर इस बार किसी कारणवश वह स्कूल फीस जमा न कर पाईं और स्कूल फीस बढ़कर 11 हजार हो गई। इधर स्कूल मैनेजमेंट ने फीस जमा करने को कहा तो रेशमा ने जल्द स्कूल फीस जमा करने की बात कही। इसके बाद जब ठंड बढ़ी तो दिसंबर माह से वह स्कूल के वाहन से बच्चों को भेजने लगी।

11 के बदले मांगे 24 हजार

बीते सोमवार को स्कूल के प्रबंधक मो. शब्बीर ने दोनों बच्चों को स्कूल में रोक लिया और घर नहीं जाने दिया। काफी देर तक बच्चों के आने पर परेशान रेशमा बच्चों को ढूंढने लगी। खबर लगी की बच्चे स्कूल में ही हैं तो वह वहां अपने परिजनों के साथ पहुंची तो स्कूल संचालक व अन्य टीचरों ने बच्चों को कमरे में बंद कर दिया और उसे और उसके परिजनों को बदसलूकी करते हुए धक्का-मुक्की कर भगा दिया। इसके बाद स्कूल प्रबंधक ने रेशमा से कहा कि अब 24 हजार लेकर आओ तभी बच्चों को जान देंगे। इसके बाद रेशमा पुलिस थाना बख्तियारपुर पहुंची और पूरी कहानी बयां की।

पुलिस को काफी देर तक रोका

इसके बाद पुलिस ने मामला दर्ज करते हुए कार्रवाई शुरू की। मजिस्ट्रेट अंचलाधिकारी शुभम वर्मा के साथ बख्तियारपुर थाना दरोगा प्रीति कुमारी अपनी टीम के साथ स्कूल पहुंची, जहां उन्हें गेट बंद मिला और पाया कि स्कूल में बच्चों की रोने की आवाज आ रही है। इसके बाद मजिस्ट्रेट के निर्दश पर गेट खुलवाने की कोशिश की गई, लेकिन स्कूल संचालक ने काफी देर तक गेट नहीं खोला। जब काफी देर कोशिश करने के बाद स्कूल के गेट खुले तो फिर स्कूल संचालक मो. शब्बीर आलम, उनकी पत्नी शबनम आरा और भाई मो. सोबिर आलाम एवं उसकी पत्नी सोनी खातून पुलिस टीम को अंदर आने से रोकने लगे। काफी मशक्कत के बाद पुलिस ने बच्चों को मां से मिलवाया।

आगे पुलिस ने बताया कि पीड़िता के लिखित आवेदन पर केस दर्ज कर लिया गया है और सरकारी काम में बाधा पहुंचाने को लेकर भी स्कूल संचालक सहित 4 लोगों पर केस दर्ज कर कार्रवाई की जा रही है।

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