दिल्ली के ओल्ड राजेंद्र नगर में हुए हादसे के बाद मध्य प्रदेश में बड़ा एक्शन लिया गया। मिली जानकारी के अनुसार इंदौर जिला प्रशासन ने कार्रवाई करते हुए बेसमेंट में चल रहे अवैध कोचिंग संस्थानों और पुस्तकालयों को सील कर दिया। हाल में ही सीएम डॉ. मोहन यादव ने मध्य प्रदेश के बेसमेंट में संचालित कोचिंग केंद्रों के सर्वे के निर्देश दिए थे। दिए गए निर्देश में कहा गया कि बेसमेंट में चल रहे कोचिंग संस्थानों का निरीक्षण कर सुरक्षा सुनिश्चित करें। इन निर्देशों के बाद यह एक्शन लिया गया।
प्लाईवुड से बने ढांचों में चल रहे थे कोचिंग संस्थान
इंदौर के एसडीएम घनश्याम धनगर ने कहा, "दिल्ली के ओल्ड राजिंदर नगर की घटना के मद्देनजर कलेक्टर के निर्देश पर, हमने कोचिंग सेंटरों का निरीक्षण किया और ऐसे सभी बेसमेंट को सील कर दिया, जहां कोचिंग सेंटर या लाइब्रेरी संचालित की जा रही थी। राज्य के राजस्व विभाग, नगर निगम और पुलिस की एक संयुक्त टीम ने 13 ऐसे कोचिंग संस्थानों के खिलाफ कार्रवाई की... हमें 4 कोचिंग सेंटर मिले जो प्लाईवुड से बने ढांचों में संचालित किए जा रहे थे... वरिष्ठ अधिकारियों को आगे की कार्रवाई के लिए ऐसे कोचिंग संस्थानों का विवरण भेजा जाएगा, और आगे की कार्रवाई आगे प्राप्त निर्देशों पर निर्भर करेगी... एक जगह हमें भूतल पर एक रेस्तरां और पहली मंजिल पर एक पुस्तकालय संचालित होता हुआ मिला, जहां इमारत की छत सहित पूरा ढांचा प्लाईवुड से बना था। रेस्तरां और पुस्तकालय दोनों को सील कर दिया गया है..."
बेसमेंट में पानी भर जाने से हुई थी तीन अभ्यर्थियों की मौत
बता दें कि दिल्ली के ओल्ड राजेंद्र नगर में बीते शनिवार को भारी बारिश के बाद एक कोचिंग सेंटर के 'बेसमेंट' में पानी भर जाने के कारण सिविल सेवा परीक्षा की तैयारी कर रहे 3 अभ्यर्थियों की मौत हो गई थी। बेसमेंट में स्थित पुस्तकालय अवैध रूप से संचालित किया जा रहा था और इसमें केवल एक ही प्रवेश और निकास बिंदु था जो बायोमेट्रिक आधारित था और पानी के कारण बंद हो गया था। MCD के अधिकारियों ने दावा कर बताया था कि अगर बाहर निकलने का रास्ता खुला होता तो छात्र बच सकते थे।
ये भी पढ़ें- आखिर कितने पढ़े लिखे हैं सरबजोत सिंह और मनु भाकर?
Latest Education News