B.Tech, M.Tech की छात्राएं दिल्ली के सरकारी स्कूल की बच्चियों को करेंगी मेंटॉर
इंदिरा गांधी दिल्ली टेक्निकल यूनिवर्सिटी फॉर वुमेन की बीटेक, एमटेक, पीएचडी और एमबीए की छात्राएं दिल्ली के सरकारी स्कूलों की 9वीं से 12वीं तक के बच्चियों को मेंटॉर करेंगी।
नई दिल्ली। इंदिरा गांधी दिल्ली टेक्निकल यूनिवर्सिटी फॉर वुमेन की बीटेक, एमटेक, पीएचडी और एमबीए की छात्राएं दिल्ली के सरकारी स्कूलों की 9वीं से 12वीं तक के बच्चियों को मेंटॉर करेंगी। इस प्रोग्राम का मकसद है कि दिल्ली के सरकारी स्कूलों में पढ़ने वाली छात्राओं को स्टेम यानि साइंस, टेक्नॉलजी, इंजीनियरिंग और मैथ विषयों में न सिर्फ गाइडेन्स मिल सके, बल्कि इनसे जुड़ी प्रतियोगी परीक्षाओं में भी सहायता मिल सके।
दिल्ली सरकार ने यूथ फॉर एजुकेशन प्रोग्राम के तहत ऐतिहासिक एजुकेशन मेंटरिंग प्रोग्राम लॉंन्च किया है। इस प्रोग्राम को दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने इंदिरा गांधी दिल्ली टेक्निकल यूनिवर्सिटी फॉर वुमेन में लान्ॅंच किया।
इस अवसर पर उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने कहा कि 21वीं सदी में पूरा विश्व अब नॉलेज इकॉनमी बन रहा है। इस इकॉनमी में ग्रोथ के लिए रिसर्च और नवाचार की एक अहम भूमिका है। हम भी नवाचार को और अनुसंधान को प्रोत्साहित कर रहे हैं, लेकिन इस क्षेत्र में महिलाओं की भागीदारी नगण्य है। खासकर स्टेम विषयों में महिलाओं की भागीदारी बेहद कम है। भारत सहित पूरे दक्षिण एशिया में संधान और नवाचार के क्षेत्र में सिर्फ़ 33 फीसदी महिलाएं हिस्सा ले रही हैं।
सिसोदिया ने कहा कि इस एजुकेशन मेंटॉरिंग प्रोग्राम की मदद से दिल्ली सरकार स्कूलों की छात्राओं को स्टेम विषयों में मजबूती के साथ आगे बढ़ाना चाहती है। हम चाहते हैं कि छात्राओं को सही मार्ग दर्शन मिले, जिससे कि दिल्ली की लड़कियां इन विषयों में उच्च शिक्षा में भी अपना परचम लहरा सकें। दिल्ली सरकार का विजन है कि लड़कियां लड़कों की तरह स्टेम विषयों में कंधे से कंधा मिलकर अनुसंधान और नवाचार कर सकें और यह प्रोग्राम इस बाबत उनकी सहायता करेगा।
उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने स्टेम क्षेत्र में दिल्ली सरकार के स्कूलों में पढ़ने वाली छात्राओं का मार्गदर्शन करने वाले मेंटरों को संबोधित करते हुए कहा कि देशभर के स्कूलों में हर साल प्री-प्राइमरी और प्राइमरी स्तर पर 21 लाख बच्चों का दाखिला होता है, लेकिन विडंबना है कि आगे जाकर इनमें से केवल 10 हजार लड़कियां ही उच्च शिक्षा में अपने अध्ययन विषयों में स्टेम को चुनती हैं। इस अंतराल को खत्म करने के लिए हमारे छात्र और शिक्षक लगातार इस क्षेत्र में कड़ी मेहनत कर रहे हैं और इस अंतर को पाटने में आप सभी मेंटरों द्वारा विद्यार्थियों को दी जाने वाली मेंटरिंग और सलाह महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी।
गौरतलब है कि दिल्ली सरकार के एजुकेशन मेंटरिंग प्रोग्राम में, प्रत्येक आईजीटीडीयूडब्ल्यू मेंटर 9वीं से 12 वीं कक्षा में पढ़ने वाली 5 लड़कियों का मार्गदर्शन करेगा और स्टेम से संबंधित उनके करियर में आने वाली शंकाओं को दूर करने में मदद करेंगे। इसके साथ-साथ स्कूली शिक्षा से उच्च शिक्षा में जाने पर ये मेंटर विद्यार्थियों के प्रवेश परीक्षाओं और अध्ययन संबंधित अन्य जरूरतों को पूरा करने में मदद करेंगे।