इस राज्य में अचानक सरकार ने सभी स्कूल और कॉलेज बंद करने का लिया फैसला, जानें क्या है कारण
चक्रवात के असर को देखते हुए सीएम ने केंद्रशासित प्रदेश पुडुचेरी में सभी स्कूल और कॉलेज बंद रखने का फैसला लिया है।
बच्चों के हितों को ध्यान में रखते हुए सरकार ने केंद्रशासित प्रदेश पुडुचेरी में सभी स्कूल और कॉलेज को बंद कर दिया है। प्रदेश के शिक्षा मंत्री अरुमुगम नमस्सिवयम ने जानकारी देते हुए कहा कि पुडुचेरी और कराईकल क्षेत्रों में सभी स्कूल और कॉलेज बुधवार को बंद रहेंगे। जानकारी दे दें कि राज्य में भारी बारिश होने के आसार हैं। मौसम विभाग ने राज्य में 2 दिनों के लिए भारी बारिश की संभावना जताई है।
सभी स्कूल,कॉलेज को बंद करने का आदेश
शिक्षा मंत्री ने जानकारी देते हुए कहा कि भारी बारिश के कारण, पुडुचेरी और कराईकल में सभी सरकारी और प्राइवेट स्कूलों, सरकारी सहायता प्राप्त स्कूलों और कॉलेजों में बुधवार, 28 नवंबर 2024 को अवकाश घोषित किया गया है। मौसम विभाग की मानें तो केंद्रशासित प्रदेश में चक्रवात फेंगल का भी प्रभाव दिख सकता है।
सीएम ने की इमरजेंसी मीटिंग
इससे पहले मुख्यमंत्री एन रंगासामी ने आज पुडुचेरी और कराईकल क्षेत्रों में भारी बारिश से बनी स्थिति की समीक्षा के लिए विभिन्न विभागों के अधिकारियों की एक इमरजेंसी मीटिंग की अध्यक्षता की। बारिश से निपटने के लिए विभिन्न विभागों की तैयारियों और चक्रवात फेंगल के संभावित प्रभाव पर भी चर्चा की गई। मुख्यमंत्री कार्यालय की ओर से जारी एक प्रेस रिलीज में कहा गया है कि बुधवार शाम पांच बजे तक पिछले चौबीस घंटों के दौरान पुडुचेरी में 7.5 सेमी बारिश दर्ज की गई और इसी अवधि के दौरान कराईकल क्षेत्र में 9.5 सेमी बारिश दर्ज की गई।
युद्ध स्तर पर सभी आवश्यक कदम उठाए जाएं- सीएम
मुख्यमंत्री ने आपदा प्रबंधन, लोक निर्माण विभाग और नगर पालिका के अधिकारियों से कहा कि वे यह सुनिश्चित करें कि भारतीय मौसम विभाग द्वारा गहरे दबाव के संबंध में मौसम पूर्वानुमान जारी करने के साथ ही युद्ध स्तर पर सभी आवश्यक कदम उठाए जाएं। जानकारी दे दें कि आईएमडी ने अगले दो दिनों में पुडुचेरी और कराईकल में भारी बारिश की संभावना जताई है।
लोगों को राहत शिविर पहुंचाने का आदेश
रंगासामी ने विभागों के अधिकारियों को निर्देश दिया कि वे सुनिश्चित करें कि निचले इलाकों में रहने वाले लोगों को राहत शिविरों में पहुंचाया जाए। चौबीसों घंटे काम करने वाला कंट्रोल रूम खोला गया है। राहत शिविरों में रहने वाले लोगों को भोजन के पैकेट उपलब्ध कराने की व्यवस्था की गई है। राहत कार्यों के लिए अरक्कोणम से राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल की दो टीमों को बुलाया गया है। प्रेस रिलीज में कहा गया है कि निचले इलाकों से बारिश का पानी निकालने के लिए नगरपालिकाओं और राजस्व अधिकारियों के पास 60 पानी के पंप रखे गए हैं। साथ ही मछुआरों को समुद्र में न जाने की चेतावनी दी गई है। इधर आदेश मिलते ही पुलिस ने लोगों के लिए समुद्र तट की पूरी सड़क बंद कर दी है।
(PTI इनपुट के साथ)
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