यूपी में कल बंद रहेंगे सभी बोर्डों के प्राइवेट स्कूल, जानें क्या है वजह
यूपी में कल यानी 08 अगस्त को सभी बोर्डों के प्राइवेट स्कूल बंद रहेंगे। जानकारी दे दें कि ये फैसला सीबीएसई, आईसीएसई और यूपी बोर्ड के सभी स्कूलों के लिए लिया गया है।
उत्तर प्रदेश में कल यानी 8 अगस्त को सभी प्राइवेट स्कूल बंद रहेंगे। हालांकि इस दौरान टीचर व स्कूल स्टाफ स्कूल आएंगे। आजमगढ़ में हुई घटना के बाद ये फैसला लिया गया है। जानकारी के मुताबिक, सभी स्कूल के स्टाफ सौहार्द व एकजुटता दिखाते हुए काली पट्टी बांधकर विरोध करेंगे। बता दें कि यह फैसला बीते दिन शनिवार को अनएडेड प्राइवेट स्कूल एसोसिएशन और यूपी के एसोसिएशन ऑफ प्राइवेट स्कूल ने एक मीटिंग के बाद लिया है। बता दें कि एसोसिएशन ने यह फैसला आजमगढ़ में कक्षा 11वीं की छात्रा के सुसाइड के बाद स्कूल प्रिंसिपल और क्लास टीचर की गिरफ्तारी के खिलाफ लिया है।
सभी बोर्ड के स्कूल बंद
ये फैसला सीबीएसई, आईसीएसई और यूपी बोर्ड के सभी स्कूलों के लिए लिया गया है। स्कूल एसोसिएशन ने कहा कि आजमगढ़ के चिल्ड्रेन गर्ल्स स्कूल में छात्रा के मौत दुर्भाग्यपूर्ण घटना से सीख लेते हुए प्राइवेट स्कूल 8 अगस्त को जागरुकता दिवस मनाएंगे। यूपी के सभी जिलों के स्कूलों में एक साथ सौहार्द व एकजुटता का प्रदर्शन करते हुए काली पट्टी बांध कर विरोध जताएंगे। एसोसिएशन ने आगे कहा कि टीचर व स्टाफ सुबह स्कूल पहुंचकर पहले दिवंगत छात्रा की आत्मा की शांति के लिए मौन सभा करेंगे।
क्या था मामला
जानकारी के मुताबिक, आजमगढ़ के हरवंशपुर क्षेत्र के चिल्ड्रेन गर्ल्स स्कूल में पढ़ने वाली 11वीं की छात्रा बीते हफ्ते स्कूल की तीसरी मंजिल से नीचे कूद गई। जिससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई। छात्रा की मौत के बाद कई घंटे तक स्कूल प्रशासन परिजनों को गलत-गलत जानकारी देकर बरगलाता रहा। स्थानीय पुलिस को भी काफी देर से घटना की सूचना दी गई। इसके बाद परिजनों ने स्कूल के बाहर जमकर हंगामा काटा। इस मामले में उस प्राइवेट स्कूल के प्रिंसिपल और टीचर पर हत्या के आरोप में मामला दर्ज किया गया। पुलिस ने जानकारी देते हुए बताया कि मृतक के परिजनों ने आरोप लगाया है कि प्रिंसिपल और टीचर की ओर से किए जा रहे लगातार उत्पीड़न किया जा रहा था, जिससे परेशान होकर छात्रा ने यह कदम उठाया।
वहीं, स्कूल अधिकारियों ने जानकारी देते हुए कहा कि मृतक छात्रा के पास से एक सेल फोन बरामद किया गया है जो उसके माता-पिता ने दिया था। “माता-पिता कुछ भी सुनने को तैयार नहीं हैं। अगर कोई छात्र गलत कदम उठाता है, तो पूरा दोष स्कूल प्रबंधन या प्रिंसिपल या टीचर पर आ जाता है। क्या यह सही उचित है।
एसोसिएशन ने की जांच की मांग
वहीं, एसोसिएशन ने एक प्रेस रिलीज जारी कर बताया कि एसोसिएशन इस मामले की उचित जांच की मांग करता है। यदि मामले में संबंधित व्यक्ति दोषी पाए जाते हैं, तो कार्रवाई की जानी चाहिए। लेकिन अगर छात्रा ने कोई गलत कदम उठाया है तो उसकी भी जांच होनी चाहिए। सभी छात्रों को स्कूल में फोन लाने पर रोक है, इसके बावजूद छात्र फोन लाते हैं, यही उस स्कूल में भी हुआ, जांच में छात्रा के पास से फोन बरामद हुआ, पकड़े जाने पर उसने सुसाइड कर लिया। यह दुखद है, पर उससे भी ज्यादा दुखद है बिना जांच किए प्रिंसिपल और टीचर को धारा 306 के तहत गिरफ्तार करना।
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