जयपुर। कोरोना के कारण लगे लॉकडाउन की अवधि में प्रतिभाशाली बच्चों ने कई प्रेरणादायक कहानियों को जन्म दिया। इनमें से एक कहानी है पांच साल की बच्ची प्रेशा खेमानी की, जिसने सिर्फ चार मिनट और 17 सेकंड में 150 देशों के झंडे पहचाने और उनके नाम व राजधानी बताकर विश्व रिकॉर्ड बनाया। प्रेशा के कौतुक को हाल ही में वल्र्ड रिकॉर्डस इंडिया बुक में सबसे कम उम्र के बच्चों को दिए जाने वाले पुरस्कार से सम्मानित किया गया।
प्रेशा हाल ही में अपने माता-पिता के साथ जयपुर यात्रा पर थीं, जो मूल रूप से उज्जैन के रहने वाले हैं। उसके पिता भरत पुणे में चार्टर्ड एकाउंटेंट हैं। प्रेशा की मां संगीता ने आईएएनएस को बताया, "हमारे दोस्तों ने भूगोल और विभिन्न राष्ट्रों के झंडों में प्रेशा की गहरी रुचि को देखते हुए उसे एक किताब भेंट की।"
उन्होंने कहा, "प्रेशा ने देशों का प्रतिनिधित्व करने वाले रंगीन झंडों में गहरी रुचि दिखाई और मुझसे उन देशों के बारे में पूछना जारी रखा। उसने देश और उनकी राजधानियों के नाम सुनकर याद रखा और उन देशों के झंडों को भी पहचानने का अभ्यास करती रही।"
प्रेशा के पिता भरत ने आईएएनएस को बताया, "प्रेशा ने सात सप्ताह के लॉकडाउन के दौरान, लगभग 150 देशों, उनकी राजधानियों और उनके झंडों के बारे में अच्छी तरह से सीखा। आखिरकार, सात सप्ताह में वह दुनिया के सात महाद्वीपों में स्थित विभिन्न देशों के नाम और राजधानियों के साथ उनके झंडे को पूरी तरह से याद कर लिया।"
प्रेशा का लक्ष्य अब विभिन्न राष्ट्रों की मुद्राओं, भाषाओं और प्रधानमंत्रियों/राष्ट्रपतियों के नाम सीखना है। उसने कहा, "अब मैं जल्द ही दुनियाभर के देशों की मुद्राओं, भाषाओं और नेताओं के बारे में जानूंगी।"
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