आगरा। वैकल्पिक उपचारों और चिकित्सा के अन्य तरीकों में बढ़ती रुचि ने रोजगार के नए रास्ते खोल दिए हैं। साथ ही नए विकल्प लोगों के लिए दुनिया में मौजूदा निराशाजनक स्वास्थ्य परिदृश्य में आशा की एक नई किरण लेकर आए हैं।अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय में बड़ी संख्या में छात्रों ने यूनानी चिकित्सा में विशेष पाठ्यक्रमों के लिए दाखिला लिया है। दिलचस्प बात यह है कि उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग द्वारा 41 एएमयू छात्रों का चयन यूनानी चिकित्सा अधिकारियों के पदों के लिए किया गया है।
ये सभी हकीम अजमल खान तिब्बिया कॉलेज, यूनानी चिकित्सा संकाय, एएमयू से पास होकर निकले हैं।बीते 13, 14, 15 और 16 अक्टूबर को हुए साक्षात्कार में शामिल हुए इन छात्रों को देशभर के 171 उम्मीदवारों में से चुना गया है।छात्रों को उनकी उपलब्धि के लिए बधाई देते हुए एएमयू के कुलपति व प्रोफेसर तारिक मंसूर ने कहा कि यह समर्पित संकाय सदस्यों के निरंतर मार्गदर्शन और छात्रों की कड़ी मेहनत का परिणाम था।
यूनानी मेडिसिन के फैकल्टी व डीन प्रोफेसर अब्दुल मन्नान ने कहा, "आशा है कि चयनित छात्रों से प्रेरणा लेकर अन्य छात्र भी उच्च लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए प्रेरित होंगे।"तिब्बिया कॉलेज के प्रिंसिपल प्रो. सऊद अली खान ने छात्रों से आग्रह किया कि वे अपनी सफलता का जश्न मनाएं, लेकिन बाद के चरणों में सफल होने को लेकर अपना ध्यान केंद्रित रखें, और स्वास्थ्य कार्यकर्ता के तौर पर राष्ट्र की सेवा करते रहे।
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