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Hindi News एजुकेशन NIT त्रिची की 21 वर्षीय छात्रा एक वीक से लापता, छोड़े हुए लेटर में मानसिक प्रताड़ना का जिक्र

NIT त्रिची की 21 वर्षीय छात्रा एक वीक से लापता, छोड़े हुए लेटर में मानसिक प्रताड़ना का जिक्र

एनआईटी त्रिची से एक छात्रा के लापता होने की खबर सामने आई है। मिली जानकारी के अनुसार लापता छात्रा ने एक पत्र भी छोड़ा है, जिसमें सीआर बनने के बाद "मानसिक प्रताड़ना" का जिक्र किया है।

NIT त्रिची - India TV Hindi Image Source : OFFICIAL WEBSITE NIT TRICHY NIT त्रिची

तमिलनाडु के तिरुचिरापल्ली में स्थित NIT त्रिची से एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है। यहां एक एमसीए कोर्स की 21 वर्षीय छात्रा सप्ताहभर से लापता है और अब तक उसकी कोई खबर नहीं है। मिली जानकारी के अनुसार कक्षा प्रतिनिधि यानी CR बनने के बाद मानसिक प्रताड़ना से जूझ रही छात्रा एक वीक से मिसिंग है। कुछ गलत होने की आशंका के चलते छात्रा के परिवार ने उसे खोजने के लिए गवर्नमेंट से गुहार लगाई है। छात्रा मध्य प्रदेश की रहने वाली है। 

15 सितंबर से है छात्रा लापता 

एमपी के इंदौर में रह रहे छात्रा के पिता ने बताया कि उनकी बेटी 15 सितंबर से NIT त्रिची के हॉस्टल से लापता है और तब से लेकर अब तक उसका कुछ भी पता नहीं चला है। उन्होंने बताया कि उसके बाद से उनकी बेटी का फोन भी बंद है। उन्होंने  बताया, "लापता होने से पहले मेरी बेटी ने पत्र भी छोड़ा जिसमें उसने एनआईटी त्रिची में सीआर बनने के बाद मानसिक प्रताड़ना और पढ़ाई के दबाव से जूझने का जिक्र किया है।"

गुप्ता ने बताया, "मेरी मेधावी बेटी का सपना था कि उसका दाखिला एनआईटी त्रिची में हो। उसका सपना पूरा भी हो गया, लेकिन हमें कतई अहसास नहीं था कि वह इस संस्थान से महीने भर में ही लापता हो जाएगी।"

एमपी सरकार और इंदौर पुलिस से लगाई गुहार 

लापता छात्रा के पिता ने बताया उसका भाई और मां ने राज्य पुलिस की हेल्प से उसे ढूंढने की भरसक कोशश की, लेकिन कोई भी सफलता नहीं मिली। उन्होंने कहा कि हम एमपी  सरकार और इंदौर पुलिस से अपनी बेटी को खोजने की गुहार लगा चुके हैं। इंदौर के पुलिस आयुक्त राकेश गुप्ता ने बताया कि उन्होंनें त्रिची पुलिस से इस मामले में बात की है और उनसे कहा है कि इंदौर पुलिस हर संभव मदद के लिए तैयार है।   

छात्रा ने लेटर में क्या लिखा 

लापता छात्रा ने अपने कथित पत्र में "पुरुषों के दबदबे वाली दुनिया की दु:खद सच्चाई" के शीर्षक से यह भी लिखा कि अगर कोई महिला सुंदर नहीं है, तो उसके लिए पुरुषों से अपनी बात मनवाना या अपने नेतृत्व को स्वीकार कराना बेहद मुश्किल है। 

इनपुट- पीटीआई

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