इंडियन बैंक में जामिया के छात्रों को 100 फीसदी इंटर्नशिप प्लेसमेंट
जामिया मिलिया इस्लामिया स्थित अर्थशास्त्र विभाग के सभी छात्र इंडियन बैंक की विभिन्न शाखाओं में इंटर्नशिप मिली है।
नई दिल्ली। जामिया मिलिया इस्लामिया स्थित अर्थशास्त्र विभाग के सभी छात्र इंडियन बैंक की विभिन्न शाखाओं में इंटर्नशिप मिली है। जामिया के अर्थशास्त्र विभाग में एमएससी (बैंकिंग एंड फाइनेंशियल एनालिटिक्स) (सेल्फ-फाइनेंसिंग मोड) प्रोग्राम, को 2019 में लॉन्च किया गया था। अब इस प्रोग्राम के सभी 42 छात्र इंडियन बैंक की विभिन्न शाखाओं में इंटर्नशिप के लिए रखे गए हैं।
अर्थशास्त्र विभाग की अध्यक्ष, प्रोफेसर हलीमा सादिया रिजवी ने कहा, "इस कार्यक्रम का पूरा चौथा सेमेस्टर इंटर्नशिप को समर्पित है, जिसमें छात्रों को व्यावहारिक अनुभव दिया जाता है, जिससे वे अपने फाइनल प्लेसमेंट के लिए सहजता से तैयार होते हैं।"
कार्यक्रम समन्वयक डॉ. मूनिस शकील ने कहा, "100 फीसदी इंटर्नशिप प्लेसमेंट एक बड़ी उपलब्धि है, जोकि एक राष्ट्रीयकृत बैंक में मिलना बहुत दुर्लभ है। इसका श्रेय अध्यक्ष और उनके नेतृत्व को जाता है जिन्होंने उद्योग की जरूरतों को पूरा करने के लिए गुणवत्ता विश्लेषण पेशेवरों को तैयार करने के उद्देश्य से यह पहल की है, यह अर्थशास्त्र विभाग को नई ऊंचाई प्रदान करेगा।"
कार्यक्रम सलाहकार, प्रो. सैय्यद अफजल रिजवी, कंप्यूटर साइंस विभाग, जिन्होंने इस कार्यक्रम की अवधारणा प्रस्तुत की और इसकी स्थापना के समय से ही इसमें शामिल रहे।
उन्होंने कहा कि "एमएससी- बैंकिंग एंड फाइनेंशियल एनालिटिक्स एक पेशेवर, पीजी और टर्मिनल डिग्री है"। कोई भी संस्थान विशेष रूप से सार्वजनिक शिक्षण संस्थान इस तरह का विकसित कार्यक्रम नहीं चलाता है। यह कार्यक्रम छात्रों के लिए सफल करियर बनाने में मदद करेगा, क्योंकि इसकी ताकत पाठ्यक्रम सामग्री और पाठ्यक्रम संरचना में निहित है।
यहां अर्थशास्त्र स्ट्रीम के छात्रों को आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और मशीन लनिर्ंग, साइबर सुरक्षा के साथ-साथ सी, पायथन और आर जैसी प्रोग्रामिंग में भी प्रशिक्षित किया जाता है।
प्रोफेसर नजमा अख्तर, कुलपति, जामिया ने इस तरह के उत्कृष्ट कार्यक्रम को सफलतापूर्वक शुरू करने और संचालित करने के लिए विभाग द्वारा किए गए प्रयासों की सराहना की। विभागाध्यक्ष और सदस्यों को बधाई देते हुए उन्होंने कहा कि "यह अर्थशास्त्र विभाग और जामिया मिलिया इस्लामिया की छवि को और उत्कृष्ट करेगा।"
जामिया के पूर्व कुलपति, प्रोफेसर शाहिद अशरफ, जोकि इस कार्यक्रम के संकाय सदस्य भी हैं, उन्होंने कहा कि "मौद्रिक नीति और आर्थिक विकास में बैंक की महत्वपूर्ण भूमिका होती है, जो भविष्य में अधिक महत्वपूर्ण है। यह कार्यक्रम इस ²ष्टि से बनाया गया है और इंडियन बैंक के साथ हमारी समझ एक विन-विन की रणनीति है जो दोनों के लिए फायदेमंद है और इस बैच के सभी छात्र बहुत भाग्यशाली हैं हम उन्हें शुभकामनाएं देते हैं"।