A
Hindi News दिल्ली अमेरिकी चुनाव में ट्रंप की जीत के लिए महामंडलेश्वर ने किया हवन और अनुष्ठान, सामने आया VIDEO

अमेरिकी चुनाव में ट्रंप की जीत के लिए महामंडलेश्वर ने किया हवन और अनुष्ठान, सामने आया VIDEO

अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव में डोनाल्ड ट्रंप की जीत के लिए महामंडलेश्वर वेदमुतिनंद सरस्वती ने दिल्ली में हवन और अनुष्ठान किया है।

US Presidential elections- India TV Hindi Image Source : ANI महामंडलेश्वर ने किया हवन और अनुष्ठान

नई दिल्ली: अमेरिका में 5 नवंबर 2024 को राष्ट्रपति चुनाव होना है। ऐसे में दुनियाभर की नजरें इस चुनाव पर टिकी हुई हैं। इस बार रिपब्लिकन पार्टी की तरफ से राष्ट्रपति पद के लिए डोनाल्ड ट्रंप उम्मीदवार हैं, वहीं डेमोक्रेटिक पार्टी से कमला हैरिस उम्मीदवार हैं। दोनों के बीच ही मुख्य मुकाबला माना जा रहा है। 

दिल्ली में ट्रंप की जीत के लिए हवन

दिल्ली में आध्यात्मिक गुरु महामंडलेश्वर स्वामी वेदमुतिनंद सरस्वती ने अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव में पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की जीत के लिए हवन और अनुष्ठान किया है। इसका वीडियो भी सामने आया है, जिसमें साधु-संत हाथ में ट्रंप की तस्वीर भी लिए हुए हैं।

 

अमेरिका में कितने साल की होती है सरकार?

अमेरिका में सरकार का कार्यकाल 4 साल का होता है।  जो जनवरी 2025 से शुरू होगा। ऐसे में नए राष्ट्रपति पद और गोपनीयता की शपथ 20 जनवरी को लेंगे। अगर वोटिंग की बात करें तो यहां हर 4 साल बाद नवंबर के पहले वीक में पड़ने वाले सोमवार के बाद वाले मंगलवार को ही वोटिंग होती है।

अमेरिका के चुनाव नतीजों का असर पूरी दुनिया पर पड़ता है क्योंकि जो भी अमेरिका का राष्ट्रपति बनता है, उसका रवैया बाकी देशों के साथ अमेरिका के संबंधों पर भी पड़ता है। भारत भी इस लिस्ट में पीछे नहीं है और टकटकी लगाकर चुनावी नतीजों को देख रहा है। भारत के लिहाज से भी कई चीजें हमेशा इस बात पर टिकी होती हैं कि अमेरिका का भारत के लिए रुख कैसा रहेगा।

भारत और अमेरिका के रिश्ते बीते कुछ सालों में अच्छे रहे हैं। फिर चाहें वो डोनाल्ड ट्रंप का कार्यकाल हो या जो बाइडन का। भारत और अमेरिका के संबंधों की चर्चा दुनियाभर में होती रही है। ऐसे में जानकारों का मानना है कि अमेरिका में चाहे कोई भी राष्ट्रपति हो, भारत और अमेरिका के रिश्ते स्थिर रहेंगे। क्योंकि पीएम मोदी की छवि भी एक वैश्विक नेता की है और वह जानते हैं कि अमेरिका और भारत के सकारात्मक संबंध दोनों ही देशों के लिए अहमियत रखते हैं।