नई दिल्ली: उदयनिधि के सनातन धर्म पर दिए बयान पर बवाल बढ़ता ही जा रहा है। उनके इस बयान के बाद विपक्षी दलों का I.N.D.I.A गठबंधन बैकफुट पर आ गया है। बीजेपी समेत तमाम दलों के नेता इस गठबंधन के नेताओं को घेरने पर जुट गए हैं। कम शब्दों में कहें तो बीजेपी को बैठे-बिठाए गठबंधन और उसके नेताओं को घेरने का एक नया मुद्दा मिल गया है। इस क्रम में दिल्ली बीजेपी ने मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को घेरा है।
दिल्ली भाजपा अध्यक्ष वीरेन्द्र सचदेवा ने तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एम.के. के स्टालिन के बेटे उदयनिधि स्टालिन के बयान की कड़ी निंदा की है। दिल्ली भाजपा अध्यक्ष ने कहा कि पूरी I.N.D.I.A. गठबंधन को उदयनिधि स्टालिन के बयान पर अपना रुख स्पष्ट करने की जरूरत है, लेकिन दिल्ली की सत्तारूढ़ पार्टी के प्रमुख होने के नाते हम सीएम अरविंद केजरीवाल से उदयनिधि के बयान पर अपना रुख स्पष्ट करने के लिए कहते हैं।
केजरीवाल को आगे आ कर उदयनिधि स्टालिन की निंदा करनी चाहिए- बीजेपी
पिछले कुछ दिनों से आम आदमी पार्टी के नेता सनातन हिंदू धर्म के बारे में चिंता के साथ बातें कर रहे हैं और इसलिए सीएम केजरीवाल को आगे आ कर उदयनिधि स्टालिन की निंदा करनी चाहिए। कोई भी I.N.D.I.A. नेता अगर डी.एम.के. नेताओं के साथ अब मंच साझा करता है तो उन्हे सनातन हिंदू धर्म विरोधी माना जाएगा।
संतों ने भी किया विरोध
वहीं इससे पहले वहीं चिलकुर बालाजी मंदिर के मुख्य पुजारी रंगराजन ने उदयनिधि के बयान कि कड़ी निंदा करते हुए कहा कि कुछ वोटों के लिए इस तरह के बयान देना बेहद ही निंदनीय है। उन्होंने कहा कि सनातन धर्म पर सदियों से लोगों ने आक्रमण किए, लेकिन कोई कुछ नहीं कर पाया। फिर क्या ही कर पाएंगे। उन्होंने कहा कि उदयनिधि स्टालिन को समझना चाहिए कि द्रविड़ विचारधारा का अर्थ क्या है। आपने तमिल संस्कृति के लिए, इसकी रक्षा के लिए, इसे संरक्षित करने के लिए क्या किया है? मैं तमिलनाडु के लोगों से अनुरोध करता हूं कि वे उन्हें मतपत्र की ताकत दिखाएं। ऐसे व्यक्ति को चुनें जो सनातन धर्म का सम्मान करता हो।
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