नई दिल्ली: दिल्ली पुलिस को आज एक बड़ी सफलता हाथ लगी है। यहां पर कुख्यात 'छेनू गैंग' के दो सदस्यों को पुलिस ने कश्मीरी गेट इलाके से गिरफ्तार किया है। पुलिस ने मंगलवार को दोनों अपराधियों की गिरफ्तारी की जानकारी दी। पुलिस उपायुक्त (क्राइम ब्रांच) राकेश पावरिया ने बताया कि दोनों आरोपियों की पहचान हाजी इमरान (41) और अब्दुल रहमान (38) के रुप में हुई है। पावरिया ने बताया कि पुलिस अधिकारी के अनुसार, दोनों आरोपी एक कार में यात्रा कर रहे थे। पुलिस की इसकी सूचना पहले से थी। पुलिस अधिकारियों की एक टीम ने उन्हें रोका तो वे कार से उतरकर भागने लगे, लेकिन पुलिस ने उन्हें दबोच लिया।
पिस्तौल और कारतूस जब्त
पुलिस उपायुक्त ने बताया कि उनके पास से तीन कारतूसों से भरी एक अर्ध-स्वचालित पिस्तौल और एक कारतूस सहित एक देशी पिस्तौल जब्त की गई। एक अन्य अधिकारी ने दावा किया कि पूछताछ के दौरान इमरान ने खुलासा किया है कि वह 2010 में आपराधिक गतिविधियों में शामिल हो गया और छेनू गैंग का नेतृत्व करने वाले इरफान से जुड़ गया।
तिहाड़ जेल में बंद है इरफान
बता दें कि 'छेनू गैंग' पूर्वी दिल्ली में जबरन वसूली, डकैती और चोरी के कई मामलों में शामिल रहा है। इरफान अभी तिहाड़ जेल में बंद है। पुलिस के अनुसार, इमरान और इरफान 2011 में पूर्वी दिल्ली में डकैती के एक मामले में शामिल थे। इसके साथ ही उन्होंने साल 2017 में जाफराबाद और भजनपुरा इलाके में एक गैंगवार के दौरान कथित तौर पर दो हत्याएं भी की थीं। हत्याओं के मामले में इमरान करीब साढ़े तीन साल तक न्यायिक हिरासत में रहा। पुलिस ने बताया कि 2022 में वह जेल से बाहर आया और उसने अब्दुल रहमान को अपना साथी बना लिया। पुलिस ने आगे बताया कि इमरान पूर्वी दिल्ली में आठ आपराधिक मामलों में और रहमान जुआ और चोरी के मामलों में कथित तौर पर शामिल रहा है। (इनपुट- भाषा)
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