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Hindi News दिल्ली Delhi E-Waste Eco Park: होलंबी कलां में बनेगा देश का पहला ई-कचरा ईको पार्क, दिल्ली के पर्यावरण मंत्री ने दी जानकारी

Delhi E-Waste Eco Park: होलंबी कलां में बनेगा देश का पहला ई-कचरा ईको पार्क, दिल्ली के पर्यावरण मंत्री ने दी जानकारी

Delhi E-Waste Eco Park: ईको पार्क का निर्माण तेजी से पूरा करने के लिए संबंधित एजेंसी को जल्द से जल्द एक सलाहकार नियुक्त करने का निर्देश दिया गया है। यह पार्क लगभग 23 महीने में बनकर तैयार हो जाएगा

Delhi Cabinet Minister Gopal Rai- India TV Hindi Image Source : TWITTER Delhi Cabinet Minister Gopal Rai

Highlights

  • 12 एकड़ भूमि में बनेगा इसका प्लांट
  • परियोजना के लिए 11 सदस्यीय संचालन समिति का हुआ गठन
  • "करीब 23 महीने में बनकर हो जाएगा तैयार"

Delhi E-Waste Eco Park: दिल्ली के पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने एक ई-कचरा ईको पार्क के निर्माण को लेकर पर्यावरण विभाग और दिल्ली प्रदूषण नियंत्रण समिति के अधिकारियों के साथ एक संयुक्त समीक्षा बैठक की। एक आधिकारिक बयान में इसकी जानकारी दी गई है। राय ने कहा कि भारत का पहला ई-कचरा ईको पार्क दिल्ली के होलंबी कलां में बनेगा और यह 12 एकड़ भूमि में फैला होगा। 

DSIIDC को बनाया गया है इंप्लीमेंटिंग एजेंसी

उन्होंने आगे जानकारी देते हुए कहा कि परियोजना के लिए 11 सदस्यीय संचालन समिति का गठन किया गया है और दिल्ली राज्य औद्योगिक और बुनियादी ढांचा विकास निगम (DSIIDC) को इसकी इंप्लीमेंटिंग एजेंसी बनाया गया है। राय के मुताबिक, “ईको पार्क का निर्माण तेजी से पूरा करने के लिए संबंधित एजेंसी को जल्द से जल्द एक सलाहकार नियुक्त करने का निर्देश दिया गया है। यह पार्क लगभग 23 महीने में बनकर तैयार हो जाएगा।” 

कचरे को विज्ञान और पर्यावरण के मुताबिक नई वस्तु में ढाला जाएगा

राय ने आगे कहा, "ई-कचरा ईको पार्क से हमारा इंटेंशन एक ऐसी जगह की स्थापना है, जहां ई-कचरे को इस तरह से तोड़ा, नवीनीकृत, रिसाइकिल और नई वस्तु में ढाला जाए, जो विज्ञान और पर्यावरण के अनुकूल हो।" उन्होंने कहा कि ई-कचरा ईको पार्क के निर्माण का फैसला इस तथ्य के मद्देनजर किया गया है कि दिल्ली भारत में महाराष्ट्र, तमिलनाडु, उत्तर प्रदेश और पश्चिम बंगाल के बाद ई-कचरा की पांचवीं सबसे बड़ी उत्पादक है। राय ने दावा किया, इस ई-कचरा ईको पार्क के निर्माण से ई-कचरे से होने वाले प्रदूषण के स्तर में भारी कमी लाई जा सकेगी।

बता दें कि दिल्ली में हर साल 2 लाख टन से ज्यादा ई-कचरा पैदा होता है, जो देशभर में उत्पादित कुल ई-कचरे का लगभग 9.5 फीसदी हिस्सा है। राष्ट्रीय राजधानी में पैदा महज 5 फीसदी ई-कचरे को ही ठीक तरीके से रिसाइकिल किया जाता है।