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Hindi News दिल्ली दिल्ली के सरकारी टीचर हवाई अड्डे पर करेंगे 'कोरोना ड्यूटी', 15 जनवरी तक बंद रहेंगे स्कूल

दिल्ली के सरकारी टीचर हवाई अड्डे पर करेंगे 'कोरोना ड्यूटी', 15 जनवरी तक बंद रहेंगे स्कूल

दिल्ली सरकार के स्कूलों के शिक्षकों को 31 दिसंबर से 15 जनवरी तक दिल्ली हवाई अड्डे पर तैनात किया जाएंगे। दिल्ली सरकार के सभी स्कूलों में एक जनवरी से दो सप्ताह का शीतकालीन अवकाश घोषित किया गया है।

दिल्ली के स्कूलों में 1 जनवरी से शीतकालीन अवकाश- India TV Hindi Image Source : REPRESENTATIONAL IMAGE दिल्ली के स्कूलों में 1 जनवरी से शीतकालीन अवकाश

दिल्ली सरकार के स्कूलों के शिक्षकों को 31 दिसंबर से 15 जनवरी तक दिल्ली हवाई अड्डे पर तैनात किया जाएंगे। सरकारी टीचरों को एयरपोर्ट पर तैनात करने के पीछे मकसद है कि ये सुनिश्चित किया जा सके कि विदेश से आने वाले यात्री कोविड उचित व्यवहार का पालन करें। बता दें कि दिल्ली में इस दौरान शीतकालीन अवकाश के चलते स्कूल बंद रहेंगे। बता दें कि दिल्ली एयरपोर्ट समेत देश के सभी हवाई अड्डों पर कोरोना के बढ़ते मामलों के मद्देनजर पर रैंडम COVID-19 टेस्टिंग की जा रही है।

दिल्ली के स्कूलों में 1 जनवरी से शीतकालीन अवकाश
गौरतलब है कि दिल्ली सरकार के सभी स्कूलों में एक जनवरी से दो सप्ताह का शीतकालीन अवकाश घोषित किया गया है। शिक्षा निदेशालय (डीओई) ने एक परिपत्र जारी कर यह जानकारी दी है। डीओई ने कहा है कि हालांकि, सिलेबस के रिवीजन और छात्रों के लर्निंग लेवल और उनके अकादमिक प्रदर्शन में सुधार लाने के लिए 9वीं से 12वीं तक की कक्षाओं के लिए 2 से 14 जनवरी तक एक विशेष अकादमिक सत्र का आयोजन किया जाएगा। परिपत्र में कहा गया है, “शिक्षा निदेशालय के अंतर्गत आने वाले सभी सरकारी स्कूल 1 से 15 जनवरी 2023 के दौरान शीतकालीन अवकाश के लिए बंद रहेंगे।” 

9वीं से 12 वीं तक के बच्चों के लिए एक्स्ट्रा क्लास 
डीओई के पत्र में कहा गया है, “सिलेबस के रिवीजन और छात्रों के अकादमिक प्रदर्शन में सुधार लाने के लिए 9वीं से 12 वीं तक की कक्षाओं के लिए 2 से 14 जनवरी तक एक्स्ट्रा क्लास संचालित की जाएंगी। इन कक्षाओं के माध्यम से छात्र परीक्षा के दृष्टिकोण से विषयों की बुनियादी टॉपिक्स को दोहरा पायेंगे।” परिपत्र के मुताबिक, दोहरी शिफ्ट वाले स्कूल के लिए विशेष कक्षाएं स्कूल बिल्डिंग के अलग-अलग हिस्से में संचालित की जाएंगी। इसमें कहा गया है, “हालांकि, अगर जगह की कमी है तो शाम की शिफ्ट के स्कूलों के प्रमुख संबंधित शिक्षा उपनिदेशक (डीडीई) से परामर्श कर सकते हैं और शाम के समय में कक्षाएं संचालित करने का विकल्प चुन सकते हैं।”