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दिल्ली: प्रदूषण को लेकर सुप्रीम कोर्ट सख्त, 24 घंटे के अंदर समस्या का हल बताने को कहा

कोर्ट ने कहा है कि जब दिल्ली में एयर क्वॉलिटी इंडेक्स 500 के पास है तो फिर स्कूलों को क्यों खोला गया है। कोर्ट ने कहा है कि दिल्ली में बच्चे स्कूलों में जा रहे हैं और बड़े घरों से काम कर रहे हैं।

<p>दिल्ली में हवा के...- India TV Hindi Image Source : PTI दिल्ली में हवा के प्रदूषण को लेकर सुप्रीम कोर्ट ने दिल्ली सरकार को लताड़ लगाई है

Highlights

  • दिल्ली में हवा के प्रदूषण को लेकर सुप्रीम कोर्ट ने सरकार को लताड़ लगाई है
  • कोर्ट ने दिल्ली सरकार को 24 घंटे के अंदर समस्या का हल बताने को कहा है
  • कोर्ट ने दिल्ली में स्कूलों को खोलने के फैसले पर भी सवाल किया है

नई दिल्ली: दिल्ली में हवा के प्रदूषण को लेकर गुरुवार को सुप्रीम कोर्ट में हुई सुनवाई के दौरान कोर्ट ने दिल्ली सरकार के रवैये को लेकर कड़ी आपत्ती जताई और 24 घंटे के अंदर दिल्ली सरकार को समस्या का हल बताने के लिए कहा है। कोर्ट ने दिल्ली सरकार पर सख्त टिप्पणी करते हुए यह भी कहा है कि 'आप प्रदूषण के स्तर पर कोर्ट के कंधों पर बंदूक रखकर नहीं चला सकते, आपको भी कदम उठाने होंगे।' इस मामले पर कोर्ट ने अगली सुनवाई शुक्रवार सुबह 10 बजे तक स्थगित कर दी है।

दिल्ली में प्रदूषण के बावजूद स्कूलों को खोलने के फैसले पर भी सुप्रीम कोर्ट ने कड़ी आपत्ती जताते हुए कहा है कि स्कूल खोलने की अनुमति क्यों दी गई, कोर्ट ने दिल्ली सरकार से कहा है कि 24 घंटे के अंदर प्रदूषण की समस्या का हल लेकर कोर्ट में आएं। कोर्ट ने कहा है कि जब दिल्ली में एयर क्वॉलिटी इंडेक्स 500 के पास है तो फिर स्कूलों को क्यों खोला गया है। कोर्ट ने कहा है कि दिल्ली में बच्चे स्कूलों में जा रहे हैं और बड़े घरों से काम कर रहे हैं।

कोर्ट ने दिल्ली सरकार से यह भी पूछा है कि अतिरिक्त सीएनजी बसें क्यों नहीं जोड़ी गईं? साथ ही कोर्ट ने सड़कों पर जागरूकता प्लेकार्ड के साथ खड़े युवा स्वयंसेवकों के स्वास्थ्य के बारे में चिंता दिखाई है। कोर्ट का कहना है कि उनको अपने स्वास्थ्य का भी ध्यान रखना होगा क्योंकि वे प्रदूषण के संपर्क में आ रहे हैं।

कोर्ट ने चिंता व्यक्त की है कि "दिल्ली में प्रदूषण को नियंत्रित करने के लिए जमीन पर कुछ भी नहीं हो रहा है। मुझे लगता है कि हम अपना समय बर्बाद कर रहे हैं।" सीजेआई ने कहा कि जिस दिन यह मामला शुरू हुआ उस दिन प्रदूषण का स्तर बढ़ा था, तब बड़े-बड़े बयान दिए गए। अगर इतनी कोशिशें की गई हैं तो प्रदूषण और कैसे बढ़ रहा है? क्यों नहीं जा रहा है? पराली जलाने में भी कमी आई है।