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Hindi News दिल्ली Earthquake: दिल्ली-एनसीआर में भूकंप के तेज झटके, उत्तराखंड में भी हिली धरती, नेपाल में घर गिरे

Earthquake: दिल्ली-एनसीआर में भूकंप के तेज झटके, उत्तराखंड में भी हिली धरती, नेपाल में घर गिरे

दिल्ली-NCR में भूकंप के तेज झटके महसूस किए गए। उत्तराखंड में भी भूकंप आया। नेशनल सेंटर फोर सिस्मोलॉजी के अनुसार, इस भूकंप का केंद्र नेपाल में बताया गया है। इसकी तीव्रता 6.2 थी।

नेपाल में घर गिरे।- India TV Hindi Image Source : INDIA TV नेपाल में घर गिरे।

दिल्ली में भूकंप के तेज झटके महसूस किए गए जिससे अफरातफरी मच गई। दिल्ली-एनसीआर सहित यूपी के कई जिलों में भी भूकंप की सूचना है। नेपाल के पास भूकंप का केंद्र बताया जा रहा है। रिक्टर स्केल पर भूकंप की तीव्रता 6.2 मापी गई। नेशनल सेंटर फोर सिस्मोलॉजी के अनुसार इस तेज तीव्रता के भूकंप का केंद्र धरती के 5 किमी भीतर है। 

इन राज्यों में लगे झटके
नेपाल में आए इस भूकंप के झटके दिल्ली एनसीआर, उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, हरियाणा पंजाब और राजस्थान में भी महसूस किए गए हैं। बता दें कि अगर रिक्टर स्केल पर भूकंप की तीव्रता 5.4 से अधिक रहती है तो इस घातक स्तर का भूकंप मना जाता है। अब तक इस भूकंप से जान-माल की बड़ी क्षति की सूचना नहीं मिली है। हालांकि, नेपाल में कुछ घरों के ढ़हने की खबर है। अधिक जानकारी की अब भी प्रतीक्षा है।  

स्वास्थ्य मंत्री मांडविया भी निकले बाहर
भूकंप का खौफ इतना था कि विभिन्न इलाकों में लोग बड़ी संख्या में अपने-अपने घरों से बाहर निकल आए। देश के विभिन्न इलाकों से लोगों के घबरा कर घर से बाहर भागने के वीडियो निकल कर सामने आ रहे हैं। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया भी भूकंप के झटकों के कारण निर्माण भवन से अन्य लोगों के साथ बाहर निकल आए। 



संवेदनशील जोन में है दिल्ली
देश की राजधानी दिल्ली को भूकंप के मद्देनजर संवेदनशील माना जाता है। वैज्ञानिकों ने भारत में भूकंप क्षेत्र को जोन-2, जोन-3, जोन-4 व जोन-5 में बांटा हुआ है। जोन-5 के इलाकों को सबसे ज्यादा संवेदनशील माना जाता है, जबकि जोन-2 कम संवेदनशील माना जाता है। देश की राजधानी दिल्ली जोन-4 में आती है। यहां 7 से अधिक तीव्रता के भी भूकंप आ सकते हैं जिससे बड़ी तबाही हो सकती है। 

क्यों आते हैं भूकंप?
हाल के दिनों में देश-दुनिया के कई इलाकों में भूकंप की घटनाओं में बढ़ोतरी देखी जा रही है। हमारी धरती के भीतर 7 टेक्टोनिक प्लेट्स हैं। ये प्लेट्स लगातार अपने स्थान पर घूमते रहती हैं। हालांकि, कभी-कभी इनमें टकराव या घर्षण भी होता है। इसी कारण धरती के विभिन्न इलाकों में लगातार भूकंप की घटनाएं देखने को मिलती रहती हैं।

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