नई दिल्ली. दिल्ली स्थित जंगपुरा भोगल के पास कुछ युवाओं ने एक कैम्प लगाया है, जिसमें मरीजों को गाड़ी में ही ऑक्सीजन दी जा रही है। दिल्ली में बढ़ती किल्लत के कारण कोरोना संक्रमित मरीजों को ऑक्सीजन नहीं मिल पा रही है। दिल्ली सिख गुरुद्वारा मैनेजमेंट की तरफ से गुरुद्वारे के झत्ते 'हम चाकर गोविंद के' ने यह कैम्प शुरू किया है, इससे पहले ये सभी लोग ऑक्सीजन सिलिंडर को घरों तक पहुंचा रहे थे, लेकिन बढ़ती मरीजों की संख्या ने ये थोड़ा मुश्किल कर दिया।
दरअसल, इन सभी लोगों के पास खाली सिलिंडर की एक बहुत बड़ी समस्या खड़ी हो रही थी, जिसके बाद पटियाला से 10 खाली सिलिंडर मंगाए गए और अब ये सभी मरीजों को गाड़ियों में ऑक्सीजन दे रहे हैं। इस कैम्प के एक सदस्य जसमीर सिंह खालसा ने IANS को बताया, "हमारे कुछ साथियों ने इस कैम्प को शुरू किया है, हमारा एक झत्ता है जिसका नाम 'हम चाकर गोविंद के' है। 10 से 15 लड़के इस वक्त सेवा कर रहे हैं। हमने हर गाड़ी में एक ऑक्सिजन सिलेंडर लगा रखा है, गाड़ी में ही मरीज को बिठा रखा है।"
उन्होंने कहा कि हमने पहले कोशिश की कि सिलिंडर घर-घर तक पहुंचा सकें, लेकिन वो बड़ा मुश्किल हुआ। तो हमारे एक साथी बॉबी भाटिया ने हमारा सहयोग किया और हमने उनके घर के सामने ही ये कैम्प लगा लिया है। उन्होंने कहा, "दिल्ली सिख गुरुद्वारा मैनेजमेंट की तरफ से हम अभी फिलहाल घरों तक खाने का लंगर भी पहुंचा रहे हैं। वहीं मरीजों की तादाद बढ़ने से सभी के घर ऑक्सीजन नहीं पहुंचा पाए, जिसके बाद हमने ये कैम्प लगाया।"
जसमीर और उनके साथियों ने पिछले साल घर-घर सेनिटाइज किया था, वहीं अब इन सभी ने घर खाना पहुंचना और अन्य सेवा के आलावा ऑक्सिजन लंगर की शुरुआत कर दी है। इन सभी युवाओं द्वारा ये सेवा बीते कल से सुचारु रूप से चालू है। फिलहाल जितने भी मरीज गाड़ी में आ रहे हैं, वह ऑक्सीजन प्राप्त कर रहे हैं। साथ ही, हरयाणा के मानेसर से सिलिंडर भरवा रहे हैं। दरअसल, हाल ही में गाजियाबाद स्थित गुरुद्वारे में ऑक्सिजन लंगर की शुरुआत हुई थी, जहां गंभीर मरीज जाकर गाड़ी में ही ऑक्सीजन प्राप्त कर सकते हैं।