श्रद्धा मर्डर केस: आरोपी आफताब के लिए ज्यादा दिन की रिमांड मांगेगी दिल्ली पुलिस, कोर्ट पूछ सकती है ये सवाल
श्रद्धा मर्डर केस के आरोपी आफताब को लेकर दिल्ली पुलिस कोर्ट से ज्यादा से ज्यादा दिन की रिमांड मांग सकती है। इसके पीछे की दलील ये होगी कि इस मामले में अभी तक श्रद्धा का सिर और हत्या में शामिल हथियार नहीं मिला है।
नई दिल्ली: राष्ट्रीय राजधानी में श्रद्धा मर्डर केस सुर्खियों में है। इस मामले में आरोपी आफताब को लेकर हर दिन चौंकाने वाले खुलासे हो रहे हैं। इस बीच खबर आई है कि दिल्ली पुलिस गुरुवार को आफताब की ज्यादा से ज्यादा दिन की रिमांड मांगेगी। इसके पीछे की वजह ये है कि इस मामले में मृतक का सिर और हथियार बरामद नहीं हो पाया है।
नार्को टेस्ट को लेकर भी अपना पक्ष रखेगी पुलिस
इसके अलावा दिल्ली पुलिस गुरुवार को कोर्ट में नार्को टेस्ट की परमिशन को लेकर भी अपना पक्ष रखेगी। पुलिस कोर्ट को ये बताएगी कि इस मामले में नार्को टेस्ट क्यों जरूरी है। कोर्ट आरोपी से भी यह पूछ सकती है कि क्या वह इसके लिए राजी है या नहीं।
बता दें कि पुलिस अभी तक आफताब की बातों पर पुख्ता तौर पर यकीन नहीं कर पा रही है, इसलिए वह नार्को टेस्ट करवाना चाहती है। अगर कोर्ट इस टेस्ट की परमिशन देती है या आरोपी की रजामंदी हो जाती है तो भी इसे करने के लिए कई तरह के कानूनी दांव पेंच हैं। इस टेस्ट से पहले हेल्थ चैकअप भी कई एंगल से कराया जाता है, जिसमें पास होना जरूरी होता है। अगर उसमें फेल हुए तो ये टेस्ट नहीं कराया जा सकता।
इन सभी प्रक्रियाओं को पूरा होने में महीनों का वक्त लग सकता है। इसके बाद दिल्ली के अंबेडकर अस्पताल में नार्को टेस्ट करवाया जाएगा, जो करीब एक घंटे में पूरा किया जाता है।
आफताब के खिलाफ दिल्ली पुलिस के पास क्या सबूत हैं?
- सबसे पहला सबूत आफताब का कन्फेशन है। उसने कबूला कि उसने श्रद्धा की हत्या की ( हालांकि इसकी बहुत ज्यादा वैल्यू नहीं है। )
- दूसरा आफताब ने 35 टुकड़े करने की बात कही, उसे फ्रिज में रखा और पुलिस के पास वो दुकानदार है, जिससे फ्रिज खरीदा गया। दुकानदार के बयान, 19 मई की बिल की पर्ची। वारदात में इस्तेमाल फ्रिज, जो अभी फोरेंसिक जांच में शामिल है।
- तीसरा सबूत वो दुकानदार का बयान जहां से आफताब ने चाकू खरीदने का दावा किया।
- चौथा आफताब ने हाथ मे कट लगने से डॉक्टर अनिल सिंह से टांके लगवाए, उसका बयान।
- पांचवा जंगल से बरामद 13 हड्डियां, हालांकि ये फोरेंसिक जांच के लिए गई हैं। उसके बाद ही साफ होगा ये श्रद्धा की हैं या किसी जानवर की।
- रसोई में एक जगह खून के निशान, जो फोरेंसिक जांच के लिए भेजे गए हैं।
- 54,000 रुपए जो आफताब ने श्रद्धा के अकाउंट से खुद के अकाउंट में ट्रांसफर किए।
कस्टडी बढ़ाने के लिए कोर्ट में पुलिस क्या दलील देगी? क्या रिकवर करना है पुलिस को?
- पहला अभी तक सभी बॉडी पार्ट स्पेशली श्रद्धा का सिर बरामद नहीं हुआ है।
- दूसरा अभी तक वारदात में शामिल चाकू या आरी बरामद नहीं हुई है।
- हत्या के वक्त आफताब और श्रद्धा के कपड़े बरामद नहीं हुए हैं, जिन्हें कूड़े की गाड़ी में फेंकने का दावा किया है आफताब ने।
- श्रद्धा का मोबाइल फोन
- ब्लड सेंपल लिया है पिता का, उनका बरामद हड्डियों से मैच डीएनए जांच।
- बहुत सारी टेक्निकल जांच की रिपोर्ट बाकी हैं, सीसीटीवी मैपिंग पुलिस करा रही है, फोन के डेटा को रिकवर कराया जा रहा है उनकी रिपोर्ट, डेटिंग साइट्स की रिपोर्ट जो मांगी है पुलिस ने।
पुलिस कोर्ट के सामने ये सब बातें रखेगी और कोशिश करेगी कि ज्यादा से ज्यादा दिन की कस्टडी मिल जाए। पुलिस के पास बहुत अहम ठोस सबूत आफताब के खिलाफ अभी तक नहीं है। 6 महीने पुराना मर्डर और सबूत मिटने की वजह से फोरेंसिक और साइंटिफिक रिपोर्ट्स पर पूरी जांच टिकी है।