Money Laundering case: ED ने दिल्ली के मंत्री सत्येंद्र जैन के खिलाफ दर्ज मनी लॉन्ड्रिंग मामले की जांच में दो और कारोबारियों को गिरफ्तार किया है। अधिकारियों के मुताबिक गिरफ्तार किए, कोरोबारी वैभव जैन और अंकुश जैन दोनों कथित तौर पर सत्येंद्र जैन के व्यावसायिक सहयोगी हैं। उन्होंने बताया कि दोनों को धनशोधन निरोधक अधिनियम (PMLA) के तहत हिरासत में लिया गया है। उनसे पूछताछ के बाद उन्हें गिरफ्तार किया गया। अधिकारियों ने दावा किया कि दोनों सही जवाब नहीं दे पा रहे थे। एजेंसी ने मामले की जांच में पिछले महीने दोनों से संबद्ध ठिकानों पर छापेमारी की थी।
गिरफ्तार कारोबारी से संबद्ध इलाकों पर ईडी की छापेमारी
आपको बता दें कि ईडी ने सत्येंद्र जैन (57) को 30 मई को गिरफ्तार किया था, जो अभी न्यायिक हिरासत में हैं। AAP की दिल्ली सरकार में सत्येंद्र जैन बिना विभाग के मंत्री हैं। एजेंसी ने दावा किया है कि जैन की गिरफ्तारी के बाद उनके परिवार तथा अन्य के खिलाफ छह जून को की गई छापेमारी में 2.85 करोड़ रुपये की ‘‘बेहिसाब’’ नकदी और 133 सोने के सिक्के जब्त किए गए हैं। इस दौरान अंकुश जैन, वैभव जैन, सत्येंद्र जैन की पत्नी पूनम जैन, ‘राम प्रकाश ज्वेलर्स प्राइवेट लिमिटेड’ के निदेशक नवीन जैन और सिद्धार्थ जैन, ‘लाल शेर सिंह जीवन विज्ञान ट्रस्ट’ के अध्यक्ष जीएस मथारू, ‘राम प्रकाश ज्वेलर्स प्राइवेट लिमिटेड’ के निदेशक योगेश कुमार जैन से संबद्ध जगहों पर रेड की थी। इसके अलावा अंकुश जैन के ससुर और ‘लाला शेर सिंह जीवन विज्ञान ट्रस्ट’ से संबद्ध ठिकानों पर भी छापेमारी की गई थी। यह ट्रस्ट प्रूडेंस ग्रुप ऑफ स्कूल्स का संचालक है।
"जांच में पाक साफ साबित होंगे जैन"
ईडी ने अप्रैल में जांच के तहत जैन परिवार और उनके "स्वामित्व वाली और उनके द्वारा नियंत्रित" कंपनियों की 4.81 करोड़ रुपये की संपत्ति कुर्क की थी। दिल्ली के मुख्यमंत्री एवं AAP के प्रमुख अरविंद केजरीवाल ने जैन को एक "बेहद ईमानदार देशभक्त" बातते हुए कहा है कि उन्हें "झूठे मामले में फंसाया जा रहा है।" केजरीवाल ने कहा कि उन्हें उम्मीद है कि जैन ईडी की जांच में पाक साफ साबित होंगे।