नई दिल्ली: दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने बुधवार को कहा कि राष्ट्रीय राजधानी में कोविड-19 के प्रसार के तीसरे उच्च स्तर (पीक) की अवधि पूर्ववर्ती उच्च स्तर से लंबी है लेकिन यह कुछ दिनों में कम हो सकता है। जैन ने संवाददाताओं से कहा कि राजधानी दिल्ली में 16 सितम्बर के आसपास जब कोविड-19 संक्रमण का दूसरा उच्च स्तर (पीक) आया था और जब एक दिन में 4000 से अधिक नये मामले सामने आ रहे थे, उस अवधि के दौरान होने वाली जांच की तुलना में दिल्ली सरकार ने प्रतिदिन आधार पर जांच की संख्या में करीब तीन गुना तक बढ़ोतरी की है।
जैन ने यह भी कहा कि दिल्ली सरकार ने उच्चतम न्यायालय में एक विशेष अनुमति याचिका दायर की है। उन्होंने कहा कि यह याचिका तब दायर की गई जब दिल्ली उच्च न्यायालय ने दिल्ली के कई निजी अस्पतालों में कोविड-19 रोगियों के लिए 80 प्रतिशत आईसीयू बिस्तर आरक्षित रखने की अनुमति नहीं दी और शीर्ष अदालत ने सरकार को उच्च न्यायालय की एक खंडपीठ का रुख करने को कहा है।
जैन ने कहा, ‘‘लगभग दो से तीन महीने पहले, हमने केंद्र को शहर में केंद्र संचालित अस्पतालों में लगभग 1,000 बिस्तर और 300 आईसीयू बिस्तर बढ़ाने के लिए पत्र लिखा था।’’ गौरतलब है कि दिल्ली में मंगलवार को पहली बार कोविड-19 के 7,800 से अधिक नए मामले सामने आये जिससे राष्ट्रीय राजधानी में संक्रमितों की संख्या बढ़कर 4.5 लाख से अधिक हो गई। साथ ही और 83 मरीजों की मृत्यु हो गई जो 16 जून के बाद से सबसे अधिक संख्या है।
दिल्ली स्वास्थ्य विभाग द्वारा जारी नवीनतम बुलेटिन के अनुसार त्योहारी मौसम और बढ़ते प्रदूषण के बीच दिल्ली में संक्रमित होने की दर 13.26 प्रतिशत है। साथ ही कोविड-19 के 7,830 नये मामले एक दिन पहले किये गए 59,035 जांच से सामने आये। इससे पहले दिल्ली में रविवार को कोविड-19 के एक दिन में 7,745 नये मामले सामने आये थे।
मंगलवार को 83 और मरीजों की मौत हो जाने से दिल्ली में मृतक संख्या बढ़कर 7,143 हो गई। 16 जून को, दिल्ली में संक्रमण से 93 मौतें हुई थीं। ऐसे में जैन ने बुधवार को कहा कि संक्रमण का पिछला उच्च स्तर लगभग 5-6 दिनों तक चला था, तब एक दिन में लगभग 20,000 जांच की जाती थी जबकि अब की जाने वाली जांच की संख्या उससे तीन गुना है।
उन्होंने कहा कि संक्रमण का तीसरा उच्च स्तर की अवधि लंबी है, लेकिन यह ‘‘अगले कुछ दिनों में कम हो सकता है।’’ इस बीच, राष्ट्रीय राजधानी में कोरोना वायरस से संबंधित मौतों को कम करने के प्रयास के तहत दिल्ली सरकार ने कोविड-19 जांच केंद्रों को निर्देश दिया है कि वे लोगों में अनिवार्य रूप से ऑक्सीजन स्तर की जांच करें।
इसमें कहा गया है कि जिन व्यक्तियों में आक्सीजन का स्तर 94 प्रतिशत से नीचे पाया जाता है उन्हें अनिवार्य चिकित्सीय जांच करानी होगी। जैन ने कहा, ‘‘हम काफी संख्या में आरटी-पीसीआर जांच भी कर रहे हैं।’’