नई दिल्लीः आम आदमी पार्टी के संयोजक अरविंद केजरीवाल अपनी पत्नी सुनीता केजरीवाल के साथ कश्मीरी गेट स्थित मरघट वाले बाबा मंदिर गए और पुजारी ग्रंथी सम्मान योजना का शुभारंभ किया।
केजरीवाल ने ट्वीट कर कहा कि आज मरघट वाले बाबा के मंदिर (ISBT) में दर्शन किए और पुजारी ग्रंथी सम्मान योजना का शुभारंभ किया। यहां के महंत जी का आज जन्मदिन है। उनके साथ जन्मदिन भी मनाया। बीजेपी ने आज रजिस्ट्रेशन रोकने की पूरी कोशिश की। लेकिन भक्त को अपने भगवान से मिलने से कोई नहीं रोक सकता।
बीजेपी ने साधा निशाना
वहीं, भाजपा सांसद बांसुरी स्वराज ने कहा कि चुनावी जुमलों के बारे में हमने बहुत सुना है लेकिन अरविंद केजरीवाल नई हवा लेकर आए हैं चुनावी छलावों की। केजरीवाल की सरकार ने 17 महीने से इमामों, मौलवियों को वेतन नहीं दिया है। इमामों, मौलवियों की समस्या का नहीं किया और नई प्रकार की तुष्टीकरण की राजनीति शुरू कर दी जिसमें उन्होंने कह दिया है कि पुजारियों और ग्रंथियों को वेतन देंगे।
केजरीवाल से मिलने पहुंचे पुजारी
आप नेता ने ट्वीट कर कहा कि पुजारी ग्रंथी सम्मान योजना के ऐलान के बाद देश भर से फ़ोन और मेसेज आ रहे हैं। सभी धार्मिक लोग बहुत खुश हैं। दिल्ली के कई पुजारी और ग्रंथी मुझसे मिलने आए और उन्होंने आशीर्वाद दिया।
बीजेपी ने केजरीवाल को घेरा
वहीं, बीजेपी ने अरविंद केजरीवाल को चुनावी हिंदू बताया है। दिल्ली बीजेपी ने कहा कि जो 10 साल से इमामों को सैलरी बांटता रहा। जो ख़ुद और उनकी नानी प्रभु श्रीराम का मंदिर बनने से खुश नहीं थे। जिसने मंदिर और गुरुद्वारों के बाहर शराब के ठेके खोले। जिसकी पूरी राजनीति हिन्दू विरोधी रही। उसे अब चुनाव आते ही पुजारियों और ग्रंथियों की याद आई?
पुजारियों-ग्रंथियों को 18 हजार महीने देने का वादा
बता दें कि आप प्रमुख अरविंद केजरीवाल ने सोमवार को कहा कि पार्टी के सत्ता में लौटने पर दिल्ली के मंदिरों में काम करने वाले सभी पंडितों और पुजारियों और गुरुद्वारों में ग्रंथियों को 18,000 रुपये प्रति माह दिया जाएगा। पुजारी ग्रंथी सम्मान राशि योजना आप का पांचवां चुनावी वादा है। इससे पहले पार्टी ने महिलाओं, दलितों और वरिष्ठ नागरिकों सहित मतदाताओं की विशिष्ट श्रेणियों को लक्षित करने वाली चार कल्याणकारी योजनाओं की घोषणा की थी। इसमें चौबीसों घंटे पानी की आपूर्ति का भी वादा किया गया।