'रेड लाइट ऑन, गाड़ी ऑफ' अभियान..गोपाल राय ने कहा- LG ने छुट्टी के बहाने फाइल रोकी
गोपाल राय ने कहा, हमारी सरकार द्वारा अभियान के निलंबन के कारण आज मीडिया को एक प्रेस नोट भेजा गया है जिसमें एलजी कार्यालय द्वारा फाइल पर हस्ताक्षर न करने के 3 बहाने दिए गए हैं।
नई दिल्ली: दिल्ली के पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने कहा कि उपराज्यपाल ने काम से छुट्टी के बहाने 'रेड लाइट ऑन, गाड़ी ऑफ' अभियान की फाइल रोक दी। गोपाल राय ने कहा कि, उपराज्यपाल ने फाइल पर हस्ताक्षर नहीं करने के तीन बहाने बनाए हैं। एलजी को बहाना बनाने के बजाय तुरंत फाइल पर हस्ताक्षर करने चाहिए। प्रदूषण के खिलाफ लड़ना हम सभी की सामूहिक जिम्मेदारी है।
गोपाल राय ने कहा, हमारी सरकार द्वारा अभियान के निलंबन के कारण आज मीडिया को एक प्रेस नोट भेजा गया है जिसमें एलजी कार्यालय द्वारा फाइल पर हस्ताक्षर न करने के 3 बहाने दिए गए हैं। पहला बहाना यह था कि जब मुख्यमंत्री की ओर से फाइल 21 तारीख को उनके कार्यालय में आई, उसके बाद पूरे सप्ताह के लिए छुट्टी थी। लेकिन मैं कहना चाहता हूं कि कोई मुख्यमंत्री, मंत्री, राज्यपाल एक सप्ताह के लिए छुट्टी पर नहीं रहता है। दिवाली के दूसरे दिन 25 तारीख को मैंने खुद दिल्ली सचिवालय के बाहर 150 मोबाइल एंटी-स्मॉग गन का उद्घाटन किया।
उन्होंने आगे जोड़ा- 26 को धूल विरोधी अभियान की समीक्षा बैठक हुई जिसमें सभी अधिकारी मौजूद थे। हमने 27 तारीख तक उपराज्यपाल कार्यालय के जवाब का इंतजार करने के बाद रेड लाइट ऑन गाडी ऑफ अभियान को स्थगित करने का विकल्प चुना। छुट्टियों का इस्तेमाल गलती छिपाने के लिए करके दिल्ली वालों की जिंदगी से खिलवाड़ किया जा रहा है।
तीसरे बहाने के रूप में राय ने आगे कहा, उपराज्यपाल ने कहा है कि अभियान के क्रियान्वयन की तारीख 31 अक्टूबर को फाइल में दी गई थी, जिसके कारण फाइल पर हस्ताक्षर करने में देरी हुई है। इस पर मैं कहना चाहता हूं कि जब फाइल सीएम कार्यालय से भेजी गई थी तो उसमें 31 अक्टूबर की तारीख लिखी हुई थी। लेकिन दिवाली के बाद प्रदूषण का स्तर बढ़ने की आशंका के चलते इसे 28 तारीख से लागू करने का फैसला किया गया। मुख्यमंत्री के निर्देश, जिसकी सूचना 22 अक्टूबर को पूरे मीडिया में जारी की गई, जिसे शायद दिल्ली के उपराज्यपाल ने नजरअंदाज किया होगा, इसलिए वह इस तरह के बेतुके बहाने का सहारा ले रहे हैं।
गोपाल राय ने कहा, छुट्टियों का बहाना देने वाले हमारे एलजी ने 26 अक्टूबर को छठ की तैयारियों को लेकर दिल्ली के मुख्यमंत्री की आलोचना करते हुए बयान जारी किया था। मैं जानना चाहता हूं कि उनका कार्यालय राजनीति करने के लिए खुला है और दिल्लीवासियों को प्रदूषण से बचाने के लिए बंद है।