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Hindi News दिल्ली जिस सिस्टम का हिस्सा बनना चाहती थी तान्या उसी ने ले ली जान! परिवार वाले मांग रहे इंसाफ

जिस सिस्टम का हिस्सा बनना चाहती थी तान्या उसी ने ले ली जान! परिवार वाले मांग रहे इंसाफ

दिल्ली के ओल्ड राजेंद्र नगर में बेसमेंट में पानी भरने से यूपीएसएसी की तैयारी कर रहे तीन स्टूडेंट्स की मौत हो गई। इनमें से तान्या बिहार की रहनेवाली थी। उसके पिता तेलंगाना में इंजीनियर हैं।

तान्या- India TV Hindi Image Source : INDIA TV तान्या

नई दिल्ली: राजधानी दिल्ली के राजेंद्र नगर स्थित RAU's IAS कोचिंग सेंटर के बेसमेंट में पानी भरने से बिहार की रहनेवाली तान्या की भी मौत हो गई। 21 साल की तान्या दिल्ली में ही रहकर आईएएस की तैयारी कर रही थी। इस हादसे में तान्या की मौत से उसके परिजन टूट गए हैं। तान्या के पिता विजय इंजीनियर हैं और वे पिछले 24 साल से तेलंगाना में ही रहकर काम कर रहे हैं।

मूल रूप से बिहार की रहनेवाली थी तान्या

दिल्ली में देश के हर कोने से हर साल बड़ी संख्या में छात्र और छात्राएं यूपीएसएससी की परीक्षा की तैयारी करने दिल्ली आते हैं और विभिन्न कोचिंग सेंटरों में दाखिला लेकर अपने सपनों को एक नई उड़ान देने की कोशिश करते हैं। इन्हीं स्टूडेंट्स में एक थी तान्या। मूल रूप से बिहार की रहनेवाली तान्या के पिता विजय तेलंगाना में इंजीनियर हैं। तान्या प्रशासनिक अधिकारी बनकर सिस्टम को बदलना चाहती थी लेकिन शनिवार को हुए हादसे में वह खुद उसी सिस्टम का शिकार हो गई जिसे वह बदलना चाहती थी।

प्रशासन को हादसे की जिम्मेदारी लेनी होगी-तान्या के परिजन

तान्या के परिजन इस हादसे के बाद बुरी तरह से टूट गए हैं। तान्या के परिजनों का कहना है कि प्रशासन को इसकी ज़िम्मेदारी लेनी होगी। बेसमेंट में बिना परमिशन के कोचिंग कैसे चल रही थी। परिवार वालों का कहना है कि 21 साल की थी तान्या पढ़ाई में बहुत अच्छी थी जिस सिस्टम का हिस्सा बनना चाहती थी उसी ने जान ले ली।

दिल्ली यूनिवर्सिटी से पॉलिटिकल साइंस की डिग्री ली

बता दें कि तान्या ने दिल्ली यूनिवर्सिटी से पॉलिटिकल साइंस की डिग्री ली है और वह पिछले तीन महीने से ही राव कोचिंग में यूपीएससी की तैयारी कर रही थी। आईएएस बनना उनका सपना था। तान्या का शव बिहार के औरंगाबाद भेजा गया है।

अम्बेडकर नगर की श्रेया भी हुई हादसे का शिकार

वहीं हादसे का शिकार श्रेया यादव के चाचा धर्मेंद्र यादव ने बताया के उनके भाई राजिंदर यादव और परिवार अम्बेडकर नगर उत्तर प्रदेश में हैं। श्रेया ने के. एन. आई. टी से पढ़ाई की। श्रेया बहन में अकेली थी जबकि उसके दो भाई हैं। एक श्रेया से बड़ा है और एक छोटा। श्रेया के पिता जी किसान है।  श्रेया की पढ़ाई का ज़िम्मा उनके चाचा ने लिया हुआ था। इस किसान परिवार का सपना था कि बेटी आईएएस बने। लेकिन शनिवार को हुए हादसे ने सारे सपनों को एक झटके में तोड़कर रख दिया।

रिपोर्ट- इला काजमी, दिल्ली