नई दिल्ली | वर्तमान में दिल्ली में वायु गुणवत्ता हालांकि मध्यम श्रेणी में है, लेकिन आने वाले दिनों में राजधानी की हवा और दूषित हो सकती है। इसका कारण पराली जलाने की घटनाओं का बढ़ना है। यह जानकारी सोमवार को सफर ने दी। सिस्टम ऑफ एयर क्वालिटी एंड वेदर फोरकास्टिंग एंड रिसर्च (सफर) ने कहा, "पंजाब, हरियाणा और पड़ोसी सीमा क्षेत्रों के आसपास कल (रविवार) पराली जलने की घटना में वृद्धि देखी गई और सीमा परतीय हवाओं की दिशा इन दूषित हवाओं के परिवहन के अनुकूल है। जैसे-जैसे वेंटिलेशन गुणांक घटता जाएगा, आगामी दिनों में पराली जलने का असर दिल्ली पर नजर आने लगेगा।"
सफर के अनुसार, दिल्ली के एक्यूआई में मंगलवार को 'मामूली सुधार' होगा। हालांकि, आगे एक्यूआई 'मामूली रूप से खराब' हो जाएगा और अगले दो दिनों के लिए मध्यम श्रेणी में रहेगा। सेंट्रल पॉल्यूशन कंट्रोल बोर्ड के अनुसार, दिल्ली का एक्यूआई सोमवार को अपराह्न् 3 बजे 176 रहा है। पीएम 2.5 का स्तर औसत 105 माइक्रोग्राम प्रति घन मीटर था। पराली जलने के कारण दिल्ली एनसीआर में हर साल सर्दियों की शुरुआत में धुंध जैसी स्थिति पैदा हो जाती है, जिससे इन क्षेत्र के निवासियों के लिए स्वास्थ्य खतरा उत्पन्न होता है।