देश की राजधानी दिल्ली में ठंड कोहराम मचा रही है। मौसम विभाग ने पहले ही तापमान में तेजी से गिरावट के संकेत दे दिए थे। दिल्ली में न्यूनतम तापमान 5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था। दिल्ली में चल रही शीत लहर से आम जनजीवन भी प्रभावित हो गया है। सड़कों पर रह रहे बेसहारा लोगों के लिए अब रैन बसेरा ही सहारा बचा है। इसे ध्यान में रखते हुए कई गैर सरकार संगठनों ने सड़कों पर जीवन गुजार रहे लोगों के लिए रैन बसेरा बनाया है।
एक ऐसा ही रैन बसेरा दिल्ली के तिलक नगर में बनाया गया है। इसमें ऐसे सभी लोगों के रहने का पूरा इंतजाम किया गया है जो सड़कों पर अपना जीवन बिता रहे थे और ठंड की मार से बचने के लिए जगह ढूंढ रहे थे। रैन बसेरा के केयर टेकर अनिल कुमार मेहरा ने न्यूज़ एजेंसी ANI को बताया, 'यहां पर बेसहारा लोगों को अलग-अलग प्रकार की कई सुविधाएं दी जा रही हैं। इसमें हम उन्हें कंबल, गर्म पानी, दो वक्त का खाना, दवाई और चाय की सुविधा भी दे रहे हैं। इसके लिए किसी से कोई पैसा नहीं लिया जा रहा है। ये सभी सुविधाएं पूरी तरह मुफ्त हैं।'
राष्ट्रीय राजधानी में रविवार सुबह वायु गुणवत्ता ‘बहुत खराब’ श्रेणी’ में रही। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) के आंकड़ों के अनुसार, सुबह नौ बजे तक वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) 381 दर्ज किया गया जो बहुत खराब श्रेणी में आता है। भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) के अनुसार दिल्ली में सुबह न्यूनतम तापमान सामान्य से दो डिग्री कम पांच डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। दिल्ली के पास के इलाकों फरीदाबाद में AQI 332, गाजियाबाद में 368, ग्रेटर नोएडा में 314 और नोएडा में 367 दर्ज किया गया था। ये सभी ‘बहुत खराब’ श्रेणी में आते हैं।
शून्य और 50 के बीच एक एक्यूआई को ‘अच्छा’, 51 से 100 के बीच ‘संतोषजनक’, 101 से 200 के बीच ‘मध्यम’, 201 से 300 के बीच एक्यूआई ‘खराब’, 301 से 400 के बीच ‘बहुत खराब’ तथा 401 और 500 के बीच एक्यूआई को ‘गंभीर’ श्रेणी में माना जाता है। मौसम विभाग ने मुख्यत: आसमान साफ रहने, सुबह मध्यम कोहरा छाए रहने और अधिकतम तापमान 21 डिग्री सेल्सियस के आसपास रहने का अनुमान जताया है। सुबह साढ़े आठ बजे तक सापेक्षिक आर्द्रता 94 प्रतिशत थी। आईएमडी ने उत्तर पश्चिम भारत में तीन जनवरी तक ठंडी से अत्यंत ठंडी हवाएं चलने का पूर्वानुमान जताया है।