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Hindi News दिल्ली आतिशी ने कहा, दिल्ली हिंसा के असली दोषियों को पकड़ना नहीं चाहती पुलिस

आतिशी ने कहा, दिल्ली हिंसा के असली दोषियों को पकड़ना नहीं चाहती पुलिस

दिल्ली पुलिस पर घटिया जांच का आरोप लगाते हुए उन्होंने कहा कि यह स्पष्ट है कि दिल्ली पुलिस दिल्ली दंगों के मामलों में उचित जांच नहीं करना चाहती है।

Delhi riots, Delhi riots Atishi, Atishi, Atishi Delhi Violence- India TV Hindi Image Source : PTI REPRESENTATIONAL AAP नेता आतिशी ने शनिवार को कहा कि पुलिस दिल्ली हिंसा के असली दोषियों को गिरफ्तार नहीं करना चाहती।

नई दिल्ली: आम आदमी पार्टी (आप) की नेता आतिशी ने शनिवार को कहा कि पुलिस दिल्ली हिंसा के असली दोषियों को गिरफ्तार नहीं करना चाहती। आतिशी ने शनिवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में फरवरी 2020 में हुई दिल्ली हिंसा को लेकर दिल्ली पुलिस की कार्रवाई पर सवाल खड़े किए हैं। उन्होंने कहा कि डेढ़ साल बाद हर कोर्ट ने पुलिस जांच पर सवाल खड़ा किया है जो सीधे बीजेपी के अंतर्गत आती है। उन्होंने कहा कि अदालतों ने बार-बार पुलिस की खिंचाई करते हुए कहा है कि जांच में अंतराल हैं और दिल्ली पुलिस का दिल्ली दंगों की जांच करने का इरादा ही नहीं है।

आतिशी ने कहा कि सवाल यह है कि दिल्ली पुलिस किसे बचाने की कोशिश कर रही है? दिल्ली पुलिस पर घटिया जांच का आरोप लगाते हुए उन्होंने कहा कि यह स्पष्ट है कि दिल्ली पुलिस दिल्ली दंगों के मामलों में उचित जांच नहीं करना चाहती है। आप नेता ने कहा कि कुल 750 मामलों में से अब तक केवल 35 मामलों में चार्जशीट दायर की गई है और अब अदालत ने खुद टिप्पणी की है कि यह किस तरह की जांच है। उन्होंने दावा किया कि विशेष अभियोजकों को भी नहीं पता कि दिल्ली पुलिस क्या कर रही है और यही कारण है कि केंद्र सरकार और एलजी नहीं चाहते कि दिल्ली सरकार के अनुसार विशेष अभियोजकों की नियुक्ति की जाए।

चल रही जांच के बारे में बात करते हुए आतिशी ने कहा, अतिरिक्त सत्र न्यायाधीश विनोद यादव ने कहा है कि दिल्ली पुलिस की यह जांच देश के इतिहास पर एक धब्बा है। उन्होंने कहा, ‘जब न्यायमूर्ति मुरलीधरन ने पूछा कि भड़काऊ भाषणों पर कार्रवाई क्यों नहीं की गई, तो दिल्ली पुलिस ने जवाब दिया कि उन्होंने तो वीडियो भी नहीं देखा है।’ आतिशी ने कहा कि मामले में दिल्ली पुलिस द्वारा अब तक की गई सभी गिरफ्तारियां और जिन्हें अभी तक गिरफ्तार नहीं किया गया है, उन पर बड़े सवाल खड़े होते हैं।