नई दिल्ली: कोरोना वायरस के नए वेरिएंट Omicron के मद्देनजर आज दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने एक बैठक बुलाई जिसमें नए वेरिएंट से संभावित तीसरी लहर के बारे में चर्चा की गई और अस्पतालों की तैयारियों पर समीक्षा की गई। बैठक के बाद मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने बताया कि इससे निपटने के लिए लगभग 30 हजार ऑक्सीजन बेड तैयार किए गए हैं जिसमें लगभग 10000 आईसीयू बेड हैं। उन्होंने यह भी बताया कि जनवरी तक 6800 आइसीयू बेड तैयार हो रहे हैं। इसके अलावा हर वार्ड में 100-100 ऑक्सीजन बेड तैयार करने का लक्ष्य है। केजरीवाल ने कहा कि कुल मिलाकर हमारे पास 63800 बेड या तो तैयार हैं या तैयारियां चल रही हैं।
अरविंद केजरीवाल ने कहा, "Omicron वायरस ने दुनियाभर में सबकि चिंता बढ़ा दी है। भगवान करे यह भारत में न आए लेकिन अगर वह आता है तो एक जिम्मेदार सरकार होने के नाते हम अपनी सारी तैयारियां पूरी कर लें उससे निपटने के लिए। आज मैने जो भी संबंधित विभाग हैं उनके साथ मीटिंग की और उससे निपटने के लिए जो जो तैयारियों की जरूरत है उनका जायजा लिया। कितने बेड हैं, टेस्टिंग की कितनी जरूरत है, ऑक्सीजन की कितनी जरूरत पड़ सकती है, वैक्सिनेशन का स्टेटस क्या है, आईसीयू बेड कितने है, इन सारी चीजों का जायजा लिया।"
उन्होंने बताया, "पिछली बार जब कोरोना आया था तो लगभग 25000 बेड बढ़ाए थे। अब हमारे पास लगभग 30 हजार ऑक्सीजन बेड तैयार हैं और उसमें लगभग 10000 आईसीयू बेड हैं। 6800 आइसीयू बेड तैयार हो रहे हैं जनवरी तक। इसके अलावा हर वार्ड में 100-100 ऑक्सीजन बेड तैयार करने का लक्ष्य है 2 हफ्ते के नोटिस पर। यानि 2 हफ्ते के नोटिस पर 27000 ऑक्सीजन बेड और तैयार हो सकते हैं। यानि कुल मिलाकर हमारे पास 63800 बेड या तो तैयार हैं या तैयारियां चल रही हैं।"
उन्होंने आगे बताया, "इसके लिए जितनी भी मैन पावर की जरूरत पड़ेगी उसका प्रशिक्षण हो रहा है। 32 किस्म की मेडिसन हैं जिसको अलग अलग तरीके से कोरोना के दौरान इस्तेमाल किया जाता है, उन सभी का 2 महीने का बफर स्टॉक ऑर्डर किया जा रहा है। होम आइसोलेशन के लिए भी सारी तैयारियां दुरुस्त की जा रही हैं ताकि कोरोना की तीसरी लहर आती है या Omicron वेरिएंट आता है तो उसके लिए भी तैयार हैं।"
केजरीवाल ने कहा, "ऑक्सीजन के लिए हमारे पास दिल्ली के सारे अस्पतालों में लगभग 750 टन की क्षमता है लेकिन पिछली बार हमारे पास ऑक्सीजन को स्टोर करने की क्षमता नहीं थी। ऑक्सीजन की सप्लाई होती थी लेकिन क्षमता नहीं थी। इसके लिए हमने 442 टन ऑक्सीजन स्टोरेज टैंक तैयार कर लिए हैं। साथ में हमने ऑक्सीजन बनाने के प्लांट भी बनाए हैं और 121 टन ऑक्सीजन दिल्ली में बन रही है।"
केजरीवाल ने कहा, "ऑक्सीजन स्टोरेज के लिए हमने 6000 सीलेंडर चीन से इंपोर्ट कर लिए हैं, 2900 सिलेंडर भरने की क्षमता अब दिल्ली की हो गई है। ऑक्सीजन की सप्लाई के लिए हम 15 टैंकर भी खरीद रहे हैं जो लगभग 1 महीने के अंदर आ जाएंगे। दिल्ली में 93 प्रतिशत लोग वैक्सीन की पहली डोज लगवा चुके हैं और 57 प्रतिशत दूसरी डोज लगवा चुके हैं।"