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Hindi News दिल्ली ओल्ड राजेंद्र नगर हादसा: छात्रों की मौत को लेकर दिल्ली हाईकोर्ट में याचिका दायर, स्वतंत्र जांच की मांग

ओल्ड राजेंद्र नगर हादसा: छात्रों की मौत को लेकर दिल्ली हाईकोर्ट में याचिका दायर, स्वतंत्र जांच की मांग

Old Rajendra Nagar Tragedy : राष्ट्रीय प्रवासी मंच ने दिल्ली के ओल्ड राजेंद्र नगर में आईएएस की तैयारी करने वाले छात्रों की मौत के संदर्भ में दिल्ली हाईकोर्ट में याचिका दाखिल की है।

Delhi Highcourt- India TV Hindi Image Source : FILE दिल्ली हाईकोर्ट में याचिका दायर

नई दिल्ली:  राजधानी दिल्ली के ओल्ड राजेंद्र नगर में राव आईएएस कोचिंग सेंटर के बेसमेंट में पानी भरने के चलते यूपीएससी की तैयारी कर रहे तीन स्टूडेंट्स की मौत का मामला अब दिल्ली हाईकोर्ट पहुंच गया है। इस दुखद घटना के मद्देनजर दिल्ली हाईकोर्ट में एक याचिका दायर की गई है। याचिका में दिल्ली नगर निगम (एमसीडी) को भविष्य में इसी तरह की घटनाओं को रोकने के लिए तत्काल उपाय लागू करने का निर्देश देने की मांग की गई है। न्यायालय के हस्तक्षेप का उद्देश्य जलभराव से संबंधित मुद्दों का निदान  करना तथा उन्हें कम करना और सुरक्षा स्थितियों में सुधार करना है। 

हिंदू राष्ट्रीय प्रवासी मंच की ओर से याचिका

हिंदू राष्ट्रीय प्रवासी मंच नामक एक गैर सरकारी संगठन द्वारा दायर याचिका में दिल्ली हाईकोर्ट से एमसीडी, राव आईएएस स्टडी सेंटर तथा दिल्ली सरकार की जिम्मेदारी का पता लगाने के लिए घटना की स्वतंत्र जांच के आदेश देने की मांग की गई है। इसमें एमसीडी, दिल्ली सरकार तथा उक्त कोचिंग सेंटर को पीड़ितों के परिवारों तथा घायलों को पर्याप्त मुआवजा देने का निर्देश देने की भी मांग की गई है। सभी शैक्षणिक संस्थानों तथा वाणिज्यिक प्रतिष्ठानों के लिए सुरक्षा नियमों तथा आवश्यक लाइसेंसों का अनुपालन सुनिश्चित करने के लिए एमसीडी तथा दिल्ली सरकार द्वारा नियमित निरीक्षण अनिवार्य करने की मांग की गई है। 

जिम्मेदार लोगों के खिलाफ तत्काल कार्रवाई 

दिल्ली हाईकोर्ट में इस एनजीओ का प्रतिनिधित्व करने वाले अधिवक्ता डॉ. एपी सिंह ने आगे कहा कि घटना की रात से ही प्रभावित परिवारों और नागरिकों द्वारा जारी विरोध प्रदर्शन के बावजूद, किसी भी उच्च अधिकारी ने इस मुद्दे को लेकर कुछ नहीं किया है। याचिकाकर्ता और प्रभावित परिवार घायलों और मौतों की संख्या में पारदर्शिता और इस घोर लापरवाही के लिए जिम्मेदार लोगों के खिलाफ तत्काल कार्रवाई की मांग करते हैं। एमसीडी की ओर से उचित जल निकासी रखरखाव और सुरक्षा उपाय सुनिश्चित न करने की लापरवाही स्पष्ट है। 

छात्रों की सुरक्षा के लिए कोई सावधानी नहीं बरती जाती

याचिकाकर्ता ने राव आईएएस स्टडी सेंटर के बेसमेंट में अवैध संचालन और सुरक्षा उपायों की कमी की ओर भी इशारा किया, जिससे स्थिति और बिगड़ गई। याचिका में आगे कहा गया कि शहर के शैक्षिक कोचिंग केंद्रों की अक्सर सुरक्षा मानदंडों का उल्लंघन करने और छात्रों की जान जोखिम में डालने के लिए आलोचना की जाती रही है। मुखर्जी नगर और राजेंद्र नगर जैसे केंद्रों में ऐसे कई प्रतिष्ठान हैं, जहां छात्रों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए कथित तौर पर कोई सावधानी नहीं बरती जाती है। पिछले साल, उत्तर-पश्चिम दिल्ली के मुखर्जी नगर में एक कोचिंग संस्थान में भीषण आग लग गई थी, जिससे घबराए छात्रों को आग से बचने के लिए खिड़कियों से बाहर कूदना पड़ा था। कई छात्रों ने अपनी जान बचाने के लिए रस्सियों का उपयोग करके इमारत से नीचे उतरने का भी सहारा लिया। 

बेसमेंट में भरा पानी, तीन छात्रों की हुई मौत

दिल्ली सरकार पर आरोप लगाते हुए उन्होंने कहा, ये छात्र बाहर से दिल्ली पढ़ने आते हैं और यहां के मतदाता नहीं है। इसलिए इन्हें दिल्ली सरकार के दोहरे व्यवहार का शिकार होना पड़ता है।बता दें, दिल्ली में शनिवार शाम हुई बारिश से ओल्ड राजेंद्र नगर इलाके में स्थित एक कोचिंग सेंटर के बेसमेंट में पानी भर गया था। पानी में डूबने से यूपीएससी की तैयारी करने वाले तीन छात्रों की मौत हो गई थी। राजेंद्र नगर थाने में इस मामले में केस दर्ज किया गया है। इस मामले में पुलिस ने कार्रवाई करते हुए राव आईएएस कोचिंग के मालिक और कोऑर्डिनेटर को गिरफ्तार कर लिया है। दिल्ली पुलिस कोचिंग सेंटर हादसे के दोनों आरोपियों को गिरफ्तारी के बाद राजेंद्र नगर थाने से कोर्ट ले गई, यहां से दोनों को 14 दिनों की न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया।पुलिस ने दोनों आरोपियों समेत बिल्डिंग मालिक, ड्रेनेज सिस्टम की देखभाल करने वाले निगम कर्मियों और अन्य के खिलाफ गैर इरादतन हत्या का केस दर्ज किया है। (एजेंसी)