नई दिल्ली: पूर्वी और दक्षिणी दिल्ली के बाद नार्थ दिल्ली में सभी दुकानों और रेस्टोरेंट को अपने ग्राहकों को ये बताना होगा कि जो नॉनवेज वो परोस रहे हैं वो झटका है या हलाल का है। नॉर्थ दिल्ली एमसीडी ने इसे नार्थ दिल्ली के रेस्टोरेंट और दुकानों के लिए अनिवार्य कर दिया है। रेस्टोरेंट्स को एक बोर्ड लगाकर ये बताना होगा कि उनकी दुकान में बिकने वाला मीट हलाल है या झटके का। नार्थ दिल्ली एमसीडी के एरिया में चांदनी चौक, दरियागंज और कश्मीरी गेट जैसे इलाके आते हैं जहां पर खाने पीने की दुकानों की भरमार है और पूरी दिल्ली से लोग यहां खाने के लिए आते हैं।
इससे पहले भाजपा के नेतृत्व वाली दक्षिण दिल्ली नगर निगम की स्थायी समिति ने भी इसी तरह के एक प्रस्ताव को मंजूरी दी थी। इसमें रेस्तरां या दुकानों से कहा गया है कि उनके द्वारा बेचा या परोसा जा रहा मांस 'हलाल' या 'झटका' विधि का उपयोग करके काटा गया है, इसकी जानकारी दें।दक्षिण दिल्ली नगर निगम के अंतर्गत आने वाले चार जोन के 104 वार्डों में हजारों रेस्तरां हैं। इनमें से लगभग 90 प्रतिशत रेस्तरां में मांस परोसा जाता है लेकिन उसमें इसके बारे में नहीं बताया जाता है कि रेस्तरां द्वारा परोसा जा रहा मांस 'हलाल' विधि से काटा गया है या 'झटका' विधि से।" इसी तरह, मांस की दुकानों में भी यह नहीं बताया जाता है।