नई दिल्ली: दिल्ली की वायु गुणवत्ता रविवार को भी 'गंभीर' श्रेणी में बनी रही और पराली जलाए जाने से होने वाले प्रदूषण (पराली के धुआं) की मात्रा 48 प्रतिशत तक पहुंच गयी। अधिकारियों ने यह जानकारी दी। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) के आंकड़ों के मुताबिक, दिल्ली का वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) रात आठ बजे 416 (गंभीर श्रेणी) रहा।
मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने भी वायु प्रदूषण की स्थिति के बारे में ट्वीट किया। उन्होंने ट्वीट किया, "7 नवंबर- एक्यूआई - 428 (401 से 500- गंभीर) पीएम10- 450 (430 से ऊपर- गंभीर) पीएम2.5- 309 (250 से ऊपर- गंभीर)।"
तेज हवाओं के कारण शनिवार को दिल्ली की वायु गुणवत्ता में कुछ सुधार हुआ था, लेकिन यह अब भी 'गंभीर' श्रेणी में बनी हुई थी क्योंकि शहर के ‘पीएम2.5’ प्रदूषण में पराली जलाने का हिस्सा इस मौसम के उच्चतम स्तर 41 प्रतिशत तक पहुंच गया था। शुक्रवार को एक्यूआई 462 दर्ज किया गया था।
अधिकारियों द्वारा रविवार को जारी आंकड़ों के अनुसार, पराली से होने वाले प्रदूषण का हिस्सा 48 प्रतिशत के उच्चतम स्तर तक पहुंच गया है। सीपीसीबी के आंकड़ों के अनुसार रविवार को आनंद विहार में एक्यूआई 424 (गंभीर श्रेणी), ओखला फेज - दो 425 (गंभीर), आर के पुरम 'खराब' श्रेणी और रोहिणी में 446 (गंभीर) दर्ज किया गया।
शून्य से 50 के बीच एक्यूआई को 'अच्छा', 51 से 100 के बीच को 'संतोषजनक', 101 से 200 को 'मध्यम', 201 से 300 को 'खराब', 301 से 400 के बीच 'बहुत खराब' और 401 से 500 को 'गंभीर' माना जाता है।
अधिकारियों ने कहा कि ‘सफर मॉडल’ के अनुसार सात नवंबर की शाम से एक्यूआई में सुधार होने की उम्मीद है। उन्होंने कहा कि एक्यूआई में सुधार होने का अनुमान है, लेकिन अगले दो दिनों में यह बहुत खराब से गंभीर श्रेणी के बीच रहेगा।
भारत मौसम विज्ञान विभाग ने कहा कि रविवार को दिल्ली का अधिकतम तापमान 25 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।