नई दिल्ली: दिल्ली में रेलवे से जुड़ा एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है। यहां रेलवे के एक क्लर्क को तलाश में जांच एजेंसियां जुटी हुई हैं। रेलवे के क्लर्क पर आरोप हैं कि वह फर्जी बिल के जरिये ISIS को फंडिंग कर रहा था। वहीं दिल्ली पुलिस के सूत्रों के मुताबिक नॉर्थन रेलवे का क्लर्क इन दिनों NIA की रडार पर है। वह फर्जी मेडिकल बिल के जरिए ISIS टेरर मॉड्यूल को फंडिंग कर रहा था।
तीन आरोपियों ने किया खुलासा
बता दें कि दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने अक्टूबर में NIA के वांटेड शहनवाज आलम, मोहम्मद रिज़वान और मोहम्मद अरशद वारसी को गिरफ्तार किया था। इन्हीं से पूछताछ के दौरान रेलवे के क्लर्क द्वारा ISIS को फंडिंग करने की बात का खुलासा हुआ था। तीनों आरोपियों से जुड़ा केस बाद में केस NIA को ट्रांसफर हुआ था, जिसके बाद NIA ने महाराष्ट्र के ठाणे से 15 लोगों को गिरफ्तार किया था।
नोएडा से फरार हुआ क्लर्क
वहीं जांच में एनआईए को पता चला कि गिरफ्तार हुए कुछ आरोपियों के अकाउंट में रेलवे का क्लर्क पैसे ट्रांसफर करता था। आरोपी रेलवे का क्लर्क नोएडा में रहता था। नॉर्थन रेलवे के इस क्लर्क को पुलिस पूछताछ के लिए बुलाती उससे पहले ही वह नोएडा से फरार हो गया है। बताया जा रहा है कि ISIS के इस मॉड्यूल का सरगना 63 साल का साकिब नचान है। इसके अलग-अलग टेरर मॉड्यूल में शामिल होने के चलते इसे दो बार सजा भी हो चुकी है।
रेलवे ने भी दर्ज कराई है शिकायत
वहीं आरोपी रेलवे क्लर्क के खिलाफ रेलवे ने भी फर्जी बिल दाखिल कर फ्रॉड करने की शिकायत दिल्ली पुलिस को दी है। हालांकि रेलवे की ओर से दी गई शिकायत में टेरर लिंक का कोई जिक्र नहीं किया गया है। रेलवे के द्वारा सिर्फ फर्जी बिल बनाकर फ्रॉड करने की ही शिकायत की गई है। वहीं सूत्रों के मुताबिक इस टेरर मॉड्यूल के निशाने पर कई बड़े वीआईपी, हिन्दू नेता और धार्मिक स्थल शामिल थे।
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