दिल्ली। प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि अगले वर्ष 9 जनवरी को मध्य प्रदेश के इंदौर में प्रवासी भारतीय दिवस का आयोजन होगा और उसके पहले 7 और 8 को इंवेस्टर समिट का आयोजन होगा। दिल्ली आए सीएम चौहान ने कहा कि उन्होंने पीएम नरेंद्र मोदी से मुलाकात की और उन्हें निमंत्रण दिया है। मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने दिल्ली में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की। उधर, पीएम मोदी ने ट्वीट किया, 'एमपी सरकार की सुशासन की पहल और उनकी परिवर्तनकारी योजनाएं लोगों के जीवन में सकारात्मक बदलाव कैसे ला रही हैं, इस पर चर्चा की।'
9 जनवरी के दिन ही क्यों मनाया जाता है यह दिवस?
गौरतलब है कि हर साल 9 जनवरी को प्रवासी भारतीय दिवस भारत के विकास में प्रवासी भारतीय समुदाय के योगदान को चिह्नित करने के लिए मनाया जाता है। 9 जनवरी को यह प्रवासी भारतीय दिवस मनाने का दिन इसलिए चुना गया, क्योंकि इसी दिन वर्ष 1915 में महात्मा गांधी दक्षिण अफ्रीका से भारत लौटे थे, जिन्होंने भारत के स्वतंत्रता संग्राम का नेतृत्व किया और भारतीयों के जीवन को हमेशा के लिये बदल दिया।
कब हुई प्रवासी भारतीय दिवस मनाने की शुरुआत?
वर्ष 2003 से प्रवासी दिवस मनाने की शुरुआत की गई, लेकिन वर्ष 2015 में इसे संशोधित किया गया और हर दो वर्ष पर इसे मनाने का निर्णय लिया गया। यह तब एक विषय-आधारित सम्मेलन था जिसे हर वर्ष अंतरिम अवधि के दौरान किया जाता था। यह सम्मेलन हर दो वर्ष में एक बार आयोजित किया जाता है। प्रवासी भारतीय दिवस पिछली बार वर्ष 2021 में नई दिल्ली में आयोजित किया गया था। इस 16वें प्रवासी दिवस का विषय था- 'आत्मनिर्भर भारत में योगदान'।