नई दिल्ली। दिल्ली में एक परिवार के तीन सदस्यों को कोरोना वायरस से संक्रमित करने के आरोप में जिस 54 वर्षीय सुरक्षा गार्ड पर मामला दर्ज किया गया था, उसकी मेडिकल जांच रिपोर्ट निगेटिव आई है। अधिकारियों ने बताया कि एक अप्रैल को व्यक्ति के खिलाफ डिफेंस कॉलोनी पुलिस थाने में परिवार की शिकायत पर मामला दर्ज हुआ था लेकिन गार्ड की कोरोना वायरस जांच रिपोर्ट 11 अप्रैल को आई, जिसमें उसके संक्रमित होने की पुष्टि नहीं हुई।
लापरवारी बरतने के आरोप में भारतीय दंड संहिता की विभिन्न धाराओं के तहत गार्ड के खिलाफ मामला दर्ज किया गया था। पुलिस अधिकारियों ने बताया कि जांच के दौरान पता चला कि व्यक्ति निजामुद्दीन में तबलीगी जमात के सम्मेलन में शामिल हुआ था और बीमार भी था। वह तीन अप्रैल से ड्यूटी पर भी नहीं आया था।
निजामुद्दीन में हुए धार्मिक सम्मेलन में शामिल होने वाले कई लोग कोरोना वायरस से संक्रमित पाए गए और यह वायरस से अति प्रभावित क्षेत्र के रूप में उभरा और यहां शामिल हुए कई लोग देश के विभिन्न हिस्सों में गए और वहां से भी संक्रमण का मामला सामने आया। आठ अप्रैल को सुरक्षा गार्ड का ओखला में पता लगाया गया और उसका आरटी-पीसीआर जांच हुई, जिसकी रिपोर्ट निगेटिव आई।
पुलिस उपायुक्त (दक्षिण) अतुल कुमार ठाकुर ने कहा कि हमें अभी सुरक्षा गार्ड की रिपोर्ट नहीं मिली है। मिलने के बाद हम उचित कदम उठाएंगे। अब तक गार्ड को न तो गिरफ्तार किया गया है और न ही उसके खिलाफ कार्रवाई की गई है। मामले की जांच की जा रही है। उन्होंने कहा कि हमने तकनीकी जांच की और गार्ड के फोन कॉल का विश्लेषण करने पर पता चला कि वह निजामुद्दीन में काफी समय तक था और इसके आधार पर हमने मामला दर्ज किया। वहीं एक अन्य अधिकारी ने बताया कि इस संबंध में अभी तक किसी की गिरफ्तारी नहीं हुई है और जांच जारी है।