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Hindi News दिल्ली स्कूल के पास है रेलवे ट्रैक, ट्रेन के गुजरते बच्चों को आई गैस की बदबू, एक साथ 24 छात्रों की बिगड़ी तबीयत; भर्ती

स्कूल के पास है रेलवे ट्रैक, ट्रेन के गुजरते बच्चों को आई गैस की बदबू, एक साथ 24 छात्रों की बिगड़ी तबीयत; भर्ती

दिल्ली में एक नगर निगम स्कूल के 24 बच्चों की तबीयत अचानक बिगड़ गई। गैस की बदबू आने के बाद बच्चों की तबीयत बिगड़नी शुरू हुई। सभी बच्चों को अस्पाल में भर्ती कराया गया है।

गैस लीक से स्कूल के...- India TV Hindi गैस लीक से स्कूल के बच्चे हुए बीमार

दिल्ली के नारायणा इलाके में गैस रिसाव से 24 बच्चे बीमार हो गए। सभी बच्चों को दो अलग-अलग अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जहां सभी की हालत खतरे से बाहर है। इंद्रपुरी में दिल्ली नगर निगम के प्रतिभा विद्यालय में लंच के समय बच्चों को गैस की बदबू आई और फिर तबीयत बिगड़ने लगी। क्लास रूम में तबीयत बिगड़ने पर 24 बच्चों को अस्पताल में भर्ती कराया गया। इसमें से 16 बच्चे को डॉ. राम मनोहर लोहिया अस्पताल और 8 बच्चे को आचार्य भिक्षु हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया है, जहां सभी का इलाज चल रहा है।

"दमकल कर्मियों ने 15 बच्चों को अस्पताल पहुंचाया"

दमकल विभाग को घटना की सूचना शुक्रवार सुबह 11:24 बजे मिली। इसके बाद दमकल की दो गाड़ियों को मौके पर रवाना किया गया। दमकल कर्मियों ने 15 बच्चों को हॉस्पिटल पहुंचाया, जबकि बाकी 8 बच्चों को स्कूल स्टाफ और स्थानीय लोगों के सहयोग से आस-पास पहुंचाया गया। स्कूल के पास ही रेलवे ट्रैक है। बताया जा रहा है कि ट्रैक पर एक ट्रेन के गुजरने के बाद बच्चों को गैस की बदबू आनी शुरू हुई और तबीयत खराब होने लगी, जिसके बाद स्कूल में अफरा-तफरी का माहौल हो गया। जिन बच्चों की तबीयत ठीक थी उन्हें तुरंत घर भेज दिया गया और सायं कालीन कक्षा को सस्पेंड कर दिया गया। 

Image Source : IndiaTvगैस लीक से स्कूल के बच्चे हुए बीमार

"घटना की गंभीरता से जांच होनी चाहिए"

दिल्ली नगर निगम के स्कूल के बच्चे की तबीयत बिगड़ने की सूचना मिलने पर बीजेपी के दिल्ली प्रदेश अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा डॉ. राम मनोहर लोहिया अस्पताल पहुंचे। उन्होंने बीमार बच्चों का हालचाल जाना और उन्हें समुचित इलाज की व्यवस्था के बारे में हॉस्पिटल के चिकित्सा अधीक्षक से बात की। मीडिया से बातचीत में सचदेवा ने कहा कि सभी बच्चे खतरे से बाहर हैं, लेकिन घटना की गंभीरता से जांच होनी चाहिए। गैस रिसाव कहां से कैसे हुआ, इसकी जांच कर कारणों का पता लगाया जाना चाहिए।